रायपुर: कांग्रेस सदस्यता अभियान (Congress membership campaign) में तेजी लाई गई है. पिछले दिनों सदस्यता अभियान की धीमी गति को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने नाराजगी जाहिर (Congress not success in membership campaign ) की थी. जिसके बाद कांग्रेस ने सदस्यता अभियान पर जोर दिया है. इसका असर भी दिखने लगा है.अब तक कांग्रेस लगभग 7 लाख सदस्य बनाने का दावा कर रही है. जबकि कांग्रेस ने 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. जिसे 31 मार्च तक पूरा करना है . कांग्रेस को उम्मीद है कि निर्धारित समय तक 10 लाख से ज्यादा सदस्यों को अभियान से जोड़ दिया जाएगा. यह सदस्यता अभियान 1 नवंबर 2021से चलाया जा रहा है. जो 31 मार्च 2022 तक चलेगा. सदस्यता अभियान के बाद सभी सदस्यों की जानकारी एआईसीसी को भेजी जाएगी.
छत्तीसगढ़ भाजपा ने कांग्रेस पर तंज कसा
छत्तीसगढ़ भाजपा ने कांग्रेस के सदस्यता अभियान को लेकर तंज (BJP target on Congress membership drive ) कसते हुए कहा है कि, सरकार होने के बावजूद मात्र अब तक 7 लाख सदस्य बना पाए हैं. जबकि हमने पूर्व में चलाए गए भाजपा सदस्यता अभियान के दौरान 35 लाख सदस्य बनाए थे. इन आंकड़ो में काफी अंतर है. इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस से कोई जुड़ना नहीं चाहता है. वहीं पूर्व में भाजपा के सदस्यों के द्वारा भाजपा को वोट न दिया जाने के कांग्रेस के बयान पर संजय श्रीवास्तव ने कहा कि, यह कांग्रेस पार्टी बीजेपी के खिलाफ झूठ फैला रही है.
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कांग्रेस ने सदस्यता अभियान में किया अच्छा प्रदर्शन
पिछली बार के सदस्यता अभियान के आंकड़े को कांग्रेस इस बार पार कर चुकी है. पिछली बार जब सदस्यता अभियान चलाया गया था, तो उस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल थे. उनके नेतृत्व में प्रदेश में 6 लाख 24 हजार नए सदस्य बनाए गए थे. जबकि वर्तमान में इस आंकड़े को पार करते हुए कांग्रेस ने लगभग 7 लाख सदस्य बनाने का दावा किया है.
सदस्यता अभियान में राजधानी में पिछड़ी कांग्रेस
राजधानी रायपुर और यहां बने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन से कांग्रेस की सभी राज्य स्तारीय गतिविधियां संचालित की जाती है. बघेल सरकार के गठन और तीन साल बाद रायपुर में कांग्रेस का सदस्यता अभियान काफी कमजोर रहा है. रायपुर जिले में करीब सवा लाख नए सदस्य बनाने थे. अब तक आधे से भी कम लोग सदस्य बने हैं. जबकि छोटे जिले धमतरी और सरगुजा में सदस्यता अभियान मजबूती से चल रहा है.
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सदस्यता अभियान के लिए रायपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्र में सदस्य बनाने की शुरूआत होने के बाद इसकी गति काफी धीमी है. रायपुर शहर में पिछली बार 60 हजार सदस्य बनाए गए थे. इस बार यहां पर सवा लाख सदस्य बनाने के लिए 2300 बुक जारी कराई गई थी. इनमें से 1900 बुक जमा कर दी गई है. अब तक 51 हजार सदस्य बनाए गए हैं. वहीं डिजिटल अभियान के तहत करीब ढाई हजार सदस्य बनाए गए हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी लगभग इसी प्रकार की स्थिति है.पीसीसी ने सदस्यता अभियान के लिए 53 हजार से अधिक सदस्यता बुक तैयार कराए थे. इनमें से 51 हजार बुक जिलों और बूथ कमेटियों को वितरित किए गए थे. सभी जिलों में सदस्यता बुक जमा कर सदस्यों की पूरी जानकारी कांग्रेस मुख्यालय को भेजने को कहा गया है.
सरगुजा, धमतरी टॉप पर, नारायणपुर और बलरामपुर पिछड़ा
सदस्य बनाने के मामले में सरगुजा, धमतरी काफी आगे रहा है. यहां पर तय समय में सदस्यों की जानकारी भेजी गई है. इसके अलावा महासमुंद जिले का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा. बस्तर के जिलों में भी सदस्यता अभियान तेजी से चल रहा है. यहां पर नारायणपुर जिले का प्रदर्शन काफी कमजोर है. वहीं बलरामपुर और जशपुर जिले में भी कम सदस्य बनाए गए हैं.