रायपुर: छत्तीसगढ़ से दो राज्यसभा सीटों पर कांग्रेस का सीधा कब्जा नजर आ रहा है. विधानसभा में वर्तमान संख्या बल के आधार पर कांग्रेस के उम्मीदवारों का जीतना तय माना जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने भी संख्या बल के मद्देनजर अपने किसी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में नहीं उतारा है. ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवार केटीएस तुलसी और फूलो देवी नेताम का राज्यसभा जाना तय हो गया है. इस तरह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली एक तरफा जीत का फायदा राज्यसभा चुनाव में भी मिला है.
बता दें कि वर्तमान में कांग्रेस के 69 विधायक विधानसभा में हैं. वहीं भाजपा के महज 14 विधायक ही इस बार विधानसभा जीतकर पहुंचे हैं. इस तरह से दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों का कब्जा होना तय है. इस बार कांग्रेस ने जहां देश के जाने-माने वकील कांग्रेसी नेता केटीएस तुलसी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं दूसरा चेहरा आदिवासी और महिला नेता फूलो देवी नेताम को बनाया गया है. शुक्रवार को दोनों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन विधानसभा में दाखिल कर दिया है. स्कूटनी की तमाम प्रक्रिया को संपन्न करने के बाद इन दोनों का नाम निर्विरोध विजई प्रत्याशी के तौर पर घोषित कर दिया जाएगा.
विपक्ष ने साधा कांग्रेस पर निशाना
गौरतलब है कि केटीएस तुलसी छत्तीसगढ़ के बाहर से ताल्लुक रखते हैं. उन्हें कांग्रेस ने इस बार उम्मीदवार बनाया है. इस बात को लेकर विपक्ष कांग्रेस पर निशाना साध रहा है कि छत्तीसगढ़िया अस्मिता की बात करने वाली पार्टी को छत्तीसगढ़ में ऐसा कोई चेहरा नजर नहीं आया है, जिसे वो राज्यसभा भेज सके और इसीलिए उसे नेता भी आउट सोर्स करके लाना पड़ा है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने दूसरे राज्य के नेता को छत्तीसगढ़ कोटे से उच्च सदन में भेजा हो. इससे पहले गांधी परिवार की करीबी मोहसिना किदवई को भी कांग्रेस राज्य के कोटे से राज्यसभा भेजती रही है.