रायपुर: पीएससी मामले को लेकर भाजयुमों के प्रदर्शन के जवाब में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता हुई. इसमें कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, आरपी सिंह, धनंजय ठाकुर सहित कई नेता मौजूद रहे. कांग्रेस नेता आरपी सिंह ने कहा कि "तेजस्वी सूर्या पेशे से वकील हैं. रमन सिंह और ओपी चौधरी की जेब में तथ्य है तो सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में केस लगा दें." आरपी सिंह ने तेजस्वी को चुनौती देते हुए कहा कि "यदि मां का दूध पिया है तो पीएससी के खिलाफ देश के किसी की कोर्ट में केस लगा दे और साबित करके दिखाएं, नहीं तो माफी मांगे." आरपी सिंह ने कहा "भूपेश बघेल की लोकप्रियता और सरकार के काम से भाजपा घबराइए हुई है, इसलिए इस तरह के प्रपंच रच कर बाहर से नेताओं को बुलाकर आंदोलन किया जा रहा है."
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर ली चुटकी: आंदोलन में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर चुटकी लेते हुए आरपी सिंह ने कहा कि "मंच की जो तस्वीर सामने आई है, उसमें 70% वे नेता बैठे हैं जो पेंशन की उम्र पार कर चुके हैं और पीएससी के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इससे पता चलता है कि भाजपा वैचारिक रूप से विकलांग है और यही वजह है कि जनता का ध्यान भटकाने और पीएससी जैसी संस्था को बदनाम करने के लिए इस तरह का आंदोलन कर रही है."
आंदोलन से साबित हुआ, युवा नहीं हैं भाजपा के साथ: कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी पीएससी मामले को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "भाजपा मुद्दा विहीन हो चुकी है. यही वजह है कि अब ऐसी संस्था पर आरोप लगा रही है. भाजपा भूपेश सरकार की छवि धूमिल करना चाहती है. प्रदेश का युवा भाजपा के साथ नहीं है, यह आज के आंदोलन से साबित हो गया. भाजपा को छोड़कर बाकी किसी भी अभ्यर्थी ने परीक्षा परिणाम को लेकर कहीं आपत्ति नहीं की. भाजपा अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए राज्य के सबसे बड़े संस्था पर सवाल उठा रही है."
9वीं फेल नेता कह रहे सीजीपीएससी में हुई है गड़बड़ी: सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा को गड़बड़ी के तथ्य पेश करने की चुनौती दी है. साथ ही ऐसा होने पर उनके मनमुताबिक एजेंसी से जांच कराने की भी बात कही. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "9वीं फेल नेता, जिन्हें पीएससी का फुल फॉर्म नहीं पता, वे आकर कहते हैं कि पीएससी में गड़बड़ी हुई है. उसी के आधार पर सीबीआई जांच की मांग भी कर रहे."
कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियां मैदान में मजबूती दिखाकर वोटरों को साधने में जुट गई हैं. इसी रणनीति के तहत जहां भाजपा ने सीजीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा जोरशोर से उठाया. वहीं अब कांग्रेस पूरी ताकत से इसकी मुखालफर कर रही है.