रायपुर/नारायणपुर: नारायणपुर के कुकड़ाझोर गांव में किसान हीरू बढ़ई ने खुदकुशी कर ली. इस घटना पर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान तेज हो गया है. कांग्रेस ने विष्णुदेव सरकार को इस मामले में घेरा है. कांग्रेस का आरोप है कि किसान ने कर्ज के बोझ तले दबकर खुदकुशी की है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने साय सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है.
बीजेपी सरकार ने नहीं की किसानों की कर्जमाफी: कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर बीजेपी की साय सरकार ने पहले कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी कर दी होती तो आज ये घटना नहीं होती. किसान हीरू बढ़ई के ऊपर 1.24 लाख का कर्ज था उसको कर्ज माफी का भरोसा था. कांग्रेस पार्टी की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उसके बेटे की भी शादी थी. कर्ज वसूली के नोटिस से वह मानसिक दबाव में आ गया था. मृतक किसान के बेटे ने भी कहा कि भाजपा के लोग चुनाव प्रचार के दौरान 2 लाख रुपये कर्ज माफ करने की बात कहकर गए थे. लेकिन सरकार बनने के बाद कर्ज माफ नहीं होने से दुखी थे.
"भाजपा के अनेकों नेताओं ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान किसानों की कर्जमाफी करने का वायदा अपने भाषणों में किया था. इस संबंध में पर्चा भी वितरित किया गया था. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का चुनाव प्रचार का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल है. जिसमें वे 2 लाख कर्जमाफी का वायदा कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव के दौरान प्रदेश की जनता से अनेक जगह सभाओं में वादा किया है, कि भाजपा की सरकार बनने पर 2 लाख तक सारे बड़े और छोटे किसानों का कर्जा माफ किया जायेगा. अब भाजपा की सरकार बन गई है तो बीजेपी कर्ज माफी के वायदे से मुकर रही है. जिससे किसान दुखी हैं" : दीपक बैज, पीसीसी चीफ
किसान की आत्महत्या केस में कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी: किसान हीरू बढ़ई की खुदकुशी केस में कांग्रेस हरकत में है. कांग्रेस ने पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. जिसमें वरिष्ठ विधायक लखेश्वर बघेल को संयोजक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को सदस्य, पूर्व उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा संतराम नेताम को सदस्य, पूर्व विधायक चंदन कश्यप को सदस्य और जिला अध्यक्ष नारायणपुर रजनू नेताम को सदस्य बनाया गया है.
बीजेपी की तरफ से इस मामले में अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. किसान की खुदकुशी केस में बीजेपी की तरफ से क्या बयान आता है. यह देखने वाली बात होगी.