रायपुर: एक बार फिर महंगाई के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. जहां एक ओर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने केंद्र सरकार पर पेट्रोल डीजल और एलपीजी के दाम बढ़ाकर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी क्रूड आयल के दामों में कमी के बावजूद इन पदार्थों के दाम बढ़ाए जाने की बात कही है.
बघेल और पुनिया ने केंद्र की भाजपा सरकार से सवाल किया है कि यदि गैस, पेट्रोल-डीजल के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार तय करता है तो हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान इनके दाम क्यों नहीं बड़े.
अंतरराष्ट्रीय मार्केट का बहाना कर रही केंद्र सरकार: इस विषय में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि मोदी सरकार ने 137 दिन तक कोई भी पेट्रोल, डीजल, एलपीजी गैस के दाम नहीं बढ़ाए. इंतजार कर रहे थे कि चुनाव खत्म हो और वे दाम बढ़ाना चालू करें. बहाना बनाते हैं कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम बढ़े हैं इसलिए दाम बढ़ाए. लेकिन अगर इसको देखा जाए तो 2014 में यूपीए की सरकार थी. उस समय 71रुपये पेट्रोल और 55 रुपये डीजल था. आज 90 रुपये डीजल और 100 रुपये से ज्यादा का पेट्रोल हो गया है.
मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी इतनी ज्यादा लगा दी है कि इसके दाम बढ़ रहे हैं. पिछले 8 साल के अंदर 26 लाख करोड़ रुपए सरकार ने एक्साइज ड्यूटी के रूप में सिर्फ पेट्रोलियम प्रोडक्ट से वसूल की है. यह सिर्फ मुनाफाखोरी कर रहे हैं. सरकार अपना पेट भर रही है. जनता का कोई ध्यान नहीं हैं.
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क्रूड आयल के दामों में कमी के बावजूद क्यों हो रही वृद्धि: वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हेलीपैड पर पत्रकारों चर्चा करते हुए कहा कि जब पांच राज्यों के चुनाव चल रहे थे. उस दौरान पेट्रोल डीजल और एलपीजी के दामों में वृद्धि नहीं हुई थी. चुनाव समाप्त होते ही पेट्रोल डीजल और एलपीजी के दामों में भारी वृद्धि हो रही है और रोज के दाम बढ़ रहे हैं. जबकि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दामों में कमी आई है. तो ऐसे में इन चीजों की वृद्धि क्यों हो रही है, यह एक बड़ा सवाल है?