रायपुर: विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बेहद करीबी रहे ओएसडी अरुण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी की पिछले दिनों हुई नियुक्ति की जांच की मांग की है.
'10 हजार की तनख्वाह पर मिल सकता है कर्मचारी'
जोगेश्वरी एनआरडीए कार्यालय में पदस्थ हैं और उन्हें हर महीने वेतन के तौर पर एक लाख रुपये का भुगतान किया जा रहा है. विकास तिवारी का कहना है कि 'जिस पद पर जागेश्वरी की नियुक्ति की गई है, उस पद पर काम करने के लिए 10 हजार रुपये की तन्ख्वाह पर भी कर्मचारी मिल सकता है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे अरुण ने अपने रुतबे का इस्तेमाल कर उन्हें मोटी तनख्वाह दिलाई'.
'बेरोजगारों को मिलती है पकौड़े तलने की सलाह'
विकास ने कहा कि 'देश सहित प्रदेश में रोजगार मुहैया कराने के नाम पर केंद्र की बीजेपी सरकार की ओर से बेरोजगार युवाओं को पकोड़े तलने की सलाह दी जाती रही है और वहीं दूसरी ओर उनके परिचित को सरकारी नौकरी में रखकर मोटी तनख्वाह दी जा रही थी'.
'प्रदेश में 50 लाख बेरोजगार युवा हैं'
विकास तिवारी ने कहा कि 'जहां एक और प्रदेश के मूल निवासी 25-25 लाख पंजीकृत और आपंजीकृत बेरोजगार हैं. इन सब को धता बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने करीबी रहे अधिकारियों के परिजनों को मोटी तनख्वाह में न केवल नियुक्ति दिलाते रहे बल्कि उन्हें एमबीए की पढ़ाई की भी छूट प्रदान की'.