रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों के लिए घर बैठे पढ़ाई शुरू करने का सुझाव दिया. वहीं ऑनलाईन शिक्षा पोर्टल ’पढ़ई तुंहर दुआर’ को उनके यहां के विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए ऑफर किया है. सीएम बघेल ने मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, गोवा, पश्चिम बंगाल, असम, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिसा और पंजाब के मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखा.
नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए भारत में पिछले तीन सप्ताह से लाॅकडाउन चल रहा है. जिसे आगामी 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लाॅकडाउन के समय सभी स्कूल काॅलेज बंद हैं और फिलहाल इनके खुलने की संभावना भी नहीं है. ऐसे में बच्चें की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई ही एकमात्र तरीका है. उन्होंने कहा कि बताते हुए प्रसन्नता है कि छत्तीसगढ़ ने एक ऑनलाइन ई-लर्निंग पोर्टल विकसित कर लिया है. यह पोर्टल सभी के लिए फ्री है और cgschool.in पर उपलब्ध है. सीएम ने बताया कि पोर्टल का नाम छत्तीसगढ़ी भाषा में ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ रखा है, जिसका अर्थ हैं, घर बैठे पढ़ाई है.
पोर्टल की खासियत
इस पोर्टल की खासियत यह है कि यह भौतिक कक्षा का ही ऑनलाइन रूप है. जिसमें विद्यार्थियों को पढ़ने और सीखने की सभी सुविधाएं ऑनलाइन मिलती हैं. सभी कक्षाओं और विषयों के वीडियो लैक्चर सिलसिलेवार उपलब्ध है. जिन्हें विद्यार्थी अपनी सुविधा से देख सकते हैं और अपनी गति से सीख सकते हैं.
65 लाख पेज व्यू हुए पोर्टल
उन्होंने इस पोर्टल को पिछले 7 अप्रैल को स्कूल शिक्षा के लिए शुरु किया था. वहीं सिर्फ एक सप्ताह में इसके 65 लाख पेज व्यू हो गए हैं और 6 लाख 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अपना पंजीकरण करके पढ़ रहे हैं.
बच्चों के हिसाब से बनाया गया है पोर्टल
उनका मानना है कि सभी हिन्दी भाषी राज्यों के शिक्षक और विद्यार्थी यदि एक ही पोर्टल जानकारी साझा करें और एक-दूसरे से सीख सकें तो ज्ञान का भंडार बढ़ता ही जाएगा और सबको लाभ होगा. सीएम ने बताया कि अगर बच्चों की आवश्यकता के अनुरूप कुछ अनुकूलन करना चाहेंगे तो हम आपके चाहे अनुसार अनुकूलन भी कर देंगे. छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी आपके अधिकारियों के साथ मिलकर इसका एक डेमो भी दे सकते हैं.