रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सतर्क नजर आ रही है. कोरोना वायरस के मद्देनजर छत्तीसगढ़ सरकार ने लभांडी में आश्रय स्थल बनवाया है. जिसका आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जायजा लिया. यहां पहुंचे सीएम बघेल आश्रय स्थल में लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी ली.
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'रायपुर प्रशासन ने लॉकडाउन की स्थिति में घर न पहुंचने वालों के लिए विशेष व्यवस्था की है.' उन्होंने बताया कि आश्रय गृह में रुकने वालों में 205 लोग हैं. इनमें में कुछ उत्तर प्रदेश से हैं, तो कुछ बिहार से हैं और कुछ छत्तीसगढ़ के लोग भी शामिल हैं. जिनको लभांडी स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वसुविधायुक्त बहु मंजिला भवन में ठहराया गया है. साथ ही बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेशों का पालन किया जा रहा है, जिससे कोरोना वायरस को मात दिया जा सके, लोग कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं, जिससे लॉकडाउन सफल होता नजर आ रहा है.
कोरोना से डरें नहीं बचें
सीएम बघेल ने कहा कि 'जो तबलीगी जमात में शामिल होने दिल्ली के निजामुद्दीन गए थे, उनको ट्रैस कर के आइसोलेट किया जा रहा है, जिससे कोरोना लोगों में फैल न सके. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग दिल्ली के सड़कों पर दिख रहे हैं और जो पैदल चलकर आ रहे हैं, वो सभी ज्यादा पैनिक हैं, लोग इससे बचें न कि डरें.
205 लोगों को आश्रय स्थल में रखा गया
आश्रय स्थल में बांग्लादेश के एक व्यक्ति सहित 11 राज्यों के 205 लोगों को आश्रय दिया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के 121 लोग हैं. साथ ही 11 लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अपने निवास स्थल का पता नहीं है. यहां जरूरतमंद और बेसहारा लोगों के रहने और भोजन का इंतजाम किया गया है. मौके पर कलेक्टर एस. भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, नगर निगम रायपुर के कमिश्नर सौरभ कुमार, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह भी उपस्थित रहे.