रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 23 फरवरी को शाम 4 बजे तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला 2020 का शुभारंभ करेंगे. उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कृषि मंत्री रविंद्र चौबे करेंगे. इस मेले में राज्य सरकार की योजनाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा.
विभिन्न राज्यों के किसान होंगे शामिल
तुलसी बाराडेरा स्थित फल-सब्जी उपमंडी के लगभग 32 एकड़ क्षेत्र में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस तीन दिवसीय कृषि मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा देश के विभिन्न हिस्से से किसान शामिल होंगे. मेले में कृषि के आधुनिक तौर-तरीकों पर कृषि विशेषज्ञों के साथ चर्चा होगी और कृषि से जुड़े विभागों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है.
मेले में होगा जींवत प्रदर्शन
यहां छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना का जीवंत प्रदर्शन भी किया जाएगा. इस प्रदर्शनी में इस योजना के चार घटकों- नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के मॉडल बनाए गए हैं. इसके अलावा मछलीपालन, पशुपालन, रेशमपालन सहित विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
योजनाओं की दी जाएगी जानकारी
राष्ट्रीय कृषि मेला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ राज्य बीज विकास निगम, कामधेनु विश्वविद्यालय, दुग्ध महासंघ और मंडी बोर्ड की ओर से भी स्टॉल लगाया जाएगा. इन स्टॉलों में अपने विभाग में संचालित शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कृषकों को दी जाएगी.
ग्राफ्टेड पौधे आकर्षण का केंद्र
कृषि मेले में सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे जैसे पोमेटो (ग्राफ्टेड आलू और टमाटर) विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे. कृषि खाद्य प्रसंस्करण नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए राज्य के प्रगतिशील किसानों और स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. जिसमें पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न उत्पादों को न्यूनतम कीमत पर बेचा जाएगा.
नए उपकरणों का प्रदर्शन
कृषि मेले में किसानों को परंपरागत सीड ड्रिल बुवाई यंत्र से हटकर बीज की बुवाई करने वाले आधुनिक तकनीक पर आधारित न्यूमैटिक प्लांटर का प्रदर्शन देखने को मिलेगा. राष्ट्रीय कृषि मेला में कृषि इंजीनियरिंग विभाग की ओर से नए और आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा जो न केवल प्रगतिशील किसानों के लिए उपयोगी होगा बल्कि अपने खेती-बाड़ी को आगे बढ़ाने वाले किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा.