रायपुर: दिल्ली में कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में विशाल रैली का आयोजन किया. इस रैली में शामिल होने के बाद रविवार रात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर पहुंचे. उन्होंने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान रैली से संबंधित विस्तृत जानकारी दी.
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राहुल गांधी के खिलाफ है सत्ता : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'एक तरफ महंगाई बढ़ती जा रही है, दूसरी तरफ लोगों की आय में कमी होती जा रही है. देश में बढ़ रही महंगाई के खिलाफ कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है. एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसानों, गरीबों, मजदूरों के हक में आवाज उठाते हैं. वहीं, देश का दुर्भाग्य है कि सत्ता में बैठे लोग बेरोजगारी और महंगाई दूर करने के बजाए राहुल गांधी के खिलाफ लड़ाई लड़ते हैं."
कांग्रेस किसान और मजदूरों के हक में लेती है फैसला: मुख्यमंत्री ने कहा कि "कांग्रेस पार्टी हमेशा गरीब, मजदूर, किसानों के हक में फैसला करती है. किसानों का ऋण माफ करना, गरीबों का मुफ्त में इलाज को वे लोग रेवड़ी कह रहे हैं. वहीं केंद्र सरकार की तरफ से बड़े उद्योगपतियों के लाखों करोड़ों रुपयों के ऋण को माफ करना रेवड़ी नहीं रबड़ी है. हम मेहनत और श्रम का सम्मान करते हैं. वे श्रम का अपमान करते हैं".
रामलीला मैदान से हल्ला बोला: मुख्यमंत्री ने कहा कि "राहुल ने जब जब इस रामलीला मैदान से हल्ला बोला है. तब तक सत्ता में बैठे लोगों को मजबूर होकर झुकना पड़ा है. कृषि कानूनों के संदर्भ में भी राहुल ने कहा था कि सरकार को इन काले कानूनों को वापस लेना पड़ेगा. एक साल तक पूरा जोर लगाने के बाद भी सरकार को झुकना पड़ा और काले कानून वापस हुए."
सिंहदेव सहित 6 मंत्री नहीं हुए प्रदर्शन में शामिल: वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सहित छह मंत्री इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए. सिंहदेव के अलावा जो मंत्री इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए उनमें कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्र कुमार और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल थे. हालांकि इन मंत्रियों की रैली में शामिल होने की वजह का पता नहीं चल सका है.