रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आरएसएस की समन्वय बैठक जारी है (CM Baghel targets coordination meeting of RSS). संघ की अहम बैठक के बीज सूबे में राजनीति चरम पर है. बीजेपी कांग्रेस में इस मीटिंग को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. सीएम बघेल ने रायपुर में एक बड़ा बयान जारी कर संघ और बीजेपी के रिश्तों पर तंज कसा है. सीएम भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी और संघ के बीच दरार आ चुकी है. इस दरार को भरने के लिए संघ समन्वय बैठक कर रहा है. (CM bhupesh Baghel says rift between RSS and BJP).
"समन्वय की जरूरत क्यों पड़ी": सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "आखिरकार संघ को समन्वय बैठक की जरूरत क्यों पड़ी. समन्वय से समझ में आता है कि दोनों के बीच गहरी खाई खिंची हुई है. केवल इस दरार को भरने के लिए ही समन्वय बैठक हो रही है. यही वजह है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बीते तीन दिनों से छत्तीसगढ़ में डटे हुए हैं (coordination meeting of RSS in Chhattisgarh ). आरएसएस ने तीन दिन तक समन्वय समिति की बैठक रखी. उसमें आखिर क्या बात हुई. बीजेपी के लोग तो बयान देते रहते हैं. लेकिन RSS को तीन दिन तक बंद कमरे में समन्वय बैठक की जरूरत क्यों पड़ी. आरएसएस को इसका जवाब देना चाहिए".
संघ का कांग्रेस पर पलटवार: कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट में एक फोटो शेयर किया है. उसमें आरएसएस के कपड़े को जलता हुआ दिखाया या है. इस ट्वीट पर आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा है कि" क्या कांग्रेस नफरत से भारत को जोड़ना चाहती है मनमोहन वैद्य ने कहा कि राहुल गांधी के बाप दादाओं ने भी संघ का तिरस्कार किया. पूरी ताकत से उसे रोकने का प्रयास किया. हम पर प्रतिबंध लगाए. लेकिन संघ रुका नहीं है. संघ के सिद्धांत हैं. सिद्धांत को लेकर जीवन भर चलने वाले कार्यकर्ता हैं. त्याग, परिश्रम करने वाले लोग हैं. वे लंबे समय से हमारे लिए अपने मन में घृणा रखते हैं. इसके बाजवूद हमें लोगों का प्यार मिल रहा है"
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर आरएसएस का बयान: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " भारत को जोड़ने का काम कोई भी करेगा तो यह अच्छी बात है. लेकिन जोड़ेंगे किससे तिरस्कार से या प्रेम से. भारत की आध्यात्मिक पहचान को ही दुनिया में हिंदुत्व कहते हैं. भारत को उसका पहचान देकर अगर कोई जुड़ने का प्रयत्न करता है तो यह अच्छी बात है. बड़ी मात्रा में लोग हिंदुत्व विचार के साथ जुड़े रहे हैं ऐसा हमारा मानना है"
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जनसंख्या कानून पर संघ का मत: संघ की तरफ से जनसंख्या कानून पर बयान दिया गया है. जनसंख्या कानून को लेकर संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " संघ ने इसको लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है. अगले 50 वर्षों के बाद कितने युवा हाथ काम करने के लिए चाहिए और अपने राष्ट्र के संसाधनों की सीमाओं को ध्यान में रखकर एक लंबे समय के लिए जनसंख्या नीति बननी चाहिए. उस कानून को सामान्य रूप से सभी पर लागू करना चाहिए. संघ ने यह प्रस्ताव पहले से ही पारित किया है".
स्कूल और कॉलेज में होनी चाहिए हिंदुत्व की पढ़ाई: संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " विदेशों में अब भारत की हिंदु सभ्यता कल्चर और संस्कृति की जब पढ़ाई हो रही है तो भारत में भी हिंदुत्व की पढ़ाई स्कूल और कॉलेज में होनी चाहिए. देश के विद्यापीठ में हिंदुत्व की पढ़ाई होनी चाहिए. इसके अलावा डॉ मनमोहन वैद्य ने देश में गृह उद्योग को बढ़ावा देने की बात भी कही है. उन्होंने कहा ब्रांडेड चीजें अच्छी बनाने के फैशन की वजह से स्थानीय कामगारों को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है. जबकि पहले के समय में भारत के हर घर में एक कारखाना होता था.
आरएसएस की बैठक पर बीजेपी का बयान: रायपुर में हो रही संघ की समन्यव बैठक पर बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने दो दिन पहले कहा था कि"आरएसएस इस देश का और विश्व का एक सबसे बड़ा सेवाभावी संगठन है. संघ अपने तरीके से अपना काम करता है".
संघ के जनसंख्या कानून वाले बयान पर सीएम बघेल का निशाना: संघ की तरफ से जनसंख्या कानून की वकालत करने पर सीएम बघेल ने आरएसएस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि "ये लोग दोहरी मानसिकता की बात करते हैं. पहले बच्चे पैदा करने पर जोर दिया. अब जनसंख्या नियंत्रण की बात कर रहे हैं".
सीएए कानून पर भी बघेल ने बोला हमला: सीएम बघेल ने सीएए कानून पर भी केंद्र और आरएसएस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि "मैं भारतीय हूं. इसे प्रमाणित करने की आवश्यक्ता क्यों है. उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी क्षेत्रों में कई ऐसे लोग हैं जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं. तो इसका क्या मतलब है कि वह भारतीय नहीं है. कागजात को प्रमाणित करने के लिए कई स्थितियां जिम्मेदार होती है. स्थितिवश भी लोगों के पास प्रमाण पत्र नहीं होता. ऐसे में आप कैसे प्रमाणित करेंगे की आप भारतीय हैं. देखिए इन्होंने असम में क्या किया. हमारे ऋषि-मुनियों ने सिद्ध करके बताया कि पूरा विश्व एक परिवार है. यह वह लोग हैं जो बताने वाले हैं कि तू तू है और मैं मैं हूं. यह उन लोगों को मानने वाले हैं जो मानव से घृणा करते हैं. यह उन लोगों को मानने वाले लोग हैं जिन्होंने गांधीजी की हत्या की है. ये लोग पशु पक्षी से भी नीच दर्जा मनुष्य को देने वाले लोग हैं."