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परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को माना जाए ई-पास, सीएम बघेल ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. इसमें उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को ही ई-पास माना जाए.

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सीएम ने परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड को ई-पास मानने के निर्देश दिए
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Published : Sep 20, 2020, 10:15 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस बेलगाम हो गया है. इसका परीक्षाओं पर भी असर पड़ने लगा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. इसमें उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लाॅकडाॅउन के दौरान परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को ही ई-पास माना जाए.

साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टरों को इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं.

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बाहर निकलने के लिए सरकारी पास की अनिवार्यता

बता दें कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले के कारण प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. इस बार लॉकडाउन बेहद सख्ती के साथ लगाया जा रहा है. ऐसे में परीक्षार्थियों को परीक्षा देने में असुविधा हो सकती है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को अपने घर से निकलना है, तो उसके लिए उसके पास ई-पास की अनिवार्यता होनी चाहिए. ऐसे में परीक्षार्थियों को पास बनवाने के झंझट में ना फंसना पड़े. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह फैसला लिया है. परीक्षार्थियों को अपना प्रवेश पत्र अनिवार्य रूप से दिखाना होगा. जहां पर भी उनसे पूछताछ की जाएगी, उन्हें वहां पर यह प्रवेश पत्र दिखाना होगा.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस बेलगाम हो गया है. इसका परीक्षाओं पर भी असर पड़ने लगा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. इसमें उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लाॅकडाॅउन के दौरान परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को ही ई-पास माना जाए.

साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टरों को इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं.

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बाहर निकलने के लिए सरकारी पास की अनिवार्यता

बता दें कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले के कारण प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है. इस बार लॉकडाउन बेहद सख्ती के साथ लगाया जा रहा है. ऐसे में परीक्षार्थियों को परीक्षा देने में असुविधा हो सकती है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को अपने घर से निकलना है, तो उसके लिए उसके पास ई-पास की अनिवार्यता होनी चाहिए. ऐसे में परीक्षार्थियों को पास बनवाने के झंझट में ना फंसना पड़े. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह फैसला लिया है. परीक्षार्थियों को अपना प्रवेश पत्र अनिवार्य रूप से दिखाना होगा. जहां पर भी उनसे पूछताछ की जाएगी, उन्हें वहां पर यह प्रवेश पत्र दिखाना होगा.

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