रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को वैश्विक परिदृश्य और गांधी की प्रासंगिकता विषय पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी विश्व शांति का सपना देखते थे. वे एक अहिंसक समाज की रचना करना चाहते थे. हिंसामुक्त समाज का निर्माण गांधी का उद्देश्य था, इसलिए गांधी युद्धों और परमाणु बमों के विरूद्ध थे. आज हमारे चारों ओर पहले से कहीं ज्यादा परमाणु बम, घातक मिसाइलें और राष्ट्रों के बीच टकराव विद्यमान है.
बघेल ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में गांधी पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक होते जा रहे हैं, क्योंकि आग को पानी से बुझाया जा सकता है. नफरत और घृणा को प्रेम और सद्भाव से दूर किया जा सकता है. आज जब विश्व शांति पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. ऐसी स्थिति में हमें गांधीवादी विचार और उनके रास्ते की पहले से अधिक जरूरत है.
वर्तमान समय में बेहद खतरनाक हथियारों से घिरी है दुनिया: सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांधी की प्रासंगिकता पर चर्चा करने से अधिक महत्वपूर्ण है. उनके बताए रास्ते पर चलने का प्रयास करना. उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा पर अडिग रहना ही गांधी का सच्चा रास्ता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका यह मानना है कि वर्तमान समय में बेहद खतरनाक हथियारों से घिरी दुनिया में गांधी जी का अहिंसक साहस बहुत ज्यादा प्रासंगिक है.
हमारे विकास का माॅडल वही हो जिसकी कल्पना गांधीजी ने की थी: बघेल
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि गांधी जी का यह मानना था कि उनके लिए गोरक्षा का अर्थ गाय की रक्षा से कहीं अधिक है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की बहुउद्देशीय गोधन न्याय योजना गांधीजी को एक पावन श्रद्धांजलि है. इस योजना ने गाय और गोवंश को फिर से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान पर ला दिया है. हमारे विकास का माॅडल वही हो जिसकी कल्पना गांधीजी ने की थी.
सीएम ने कहा-
मार दिए जाने के लगभग आठ दशकों के बाद भी...
बापू जिन्दा है, हमारी चेतना में, हमारे गांव में, हमारी गलियों में...
बापू जिन्दा है अपने विचारों के साथ...
बापू जिन्दा है दुनिया को प्रेम, सच्चाई, सर्वधर्म समभाव, सहिष्णुता और शांति का पाठ पढ़ाने के लिए...
बता दें कि वेबिनार का आयोजन सोसायटी फाॅर इम्पावरमेंट की ओर से प्रोफसर एस. नारायण के मार्गदर्शन में किया जा रहा है. यह वेबिनार 4 दिनों तक चलेगा. इसमें विश्व के विभिन्न देशों के गांधीवादी विचारक हिस्सा ले रहे हैं.