रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनावी साल पर पूछे गए एक सवाल पर चुनौतियों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि " कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी. पिछले समय में भी रमन सिंह का चेहरा था, तब भी लड़े थे. उन्हें 15 सीट में समेटने में सफल हुए थे. जनता ने उन्हें बुरी तरह से नकार दिया था. वही चेहरे फिर से हैं. चाहे वो रमन सिंह का, बृजमोहन अग्रवाल , अमर अग्रवाल , राजेश मूणत का चेहरा हो. सभी 2018 में पिट गए."
यूपीए और एनडीए में बताया अंतर : यूपीए और एनडीए के कंपैरिजन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "यूपीए के समय जीडीपी 8% से अधिक रहा और अभी 6.30% को अमृत काल कह रहे हैं. अगर भुखमरी के इंडेक्स देखेंगे तो दुनिया के आखिरी पायदान में हैं. बांग्लादेश का रुपया हमसे ज्यादा मजबूत है. देश में गरीबी है, बेरोजगारी है लेकिन इस बजट में कुछ भी नहीं है. बजट में उन्होंने लघु धान को श्रीअन्न का नाम जरूर किया. लेकिन छत्तीसगढ़ में उपजने वाले को कोदो कुटकी का समर्थन मूल्य नहीं दिया. वह छत्तीसगढ़ सरकार ने दिया है. मिलेट्स का सबसे बड़ा प्लांट छत्तीसगढ़ में है. हमारी तैयारी 2 साल पहले से थी, जो यह आज कर रहे हैं.''
''हमने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन गोबर से बिजली उत्पादन करके दिखा दिया , अभी जगदलपुर में प्लांट का उद्घाटन किया गया है. पेंट भी हम बना रहे हैं. हम देश में सबसे आगे हैं. भाजपा को मैं कहना चाहूंगा कि अब केंद्र सरकार भी गोबर से बनी हुई चीजों का गुणगान बजट में कर रही है. यह राजकीय चिन्ह बनाने की बात कर रहे हैं. बताएं कि वह किस तरह का चिन्ह बनाएंगे.''
'बेघर गरीब, कुपोषित बच्चे यही है रमन सिंह की उपलब्धि ' :छत्तीसगढ़ को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ न मिलने पर रमन सिंह की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि " अगर आवास की बात करते हैं तो उत्तर प्रदेश भी देख लें. जल जीवन मिशन को देख लें. उनके शासित राज्य वहां पहले देखें. आवास की बात जहां तक है पिछले बजट में हमने 800 करोड़ रखे थे. आने वाले समय में भी उसका प्रावधान करेंगे. गरीबों के आवास के मामले में कोई समझौता नहीं होगा. रमन सिंह लोन लेकर आवास योजना चालू किए थे. हम तो बजट में प्रावधान कर रहे हैं. रमन सिंह के राज में पूरे देश में सबसे ज्यादा गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोग 40% छत्तीसगढ़ में रहे. 18% लोग जिनके पास पक्के मकान नहीं हैं. यह रमन सिंह की उपलब्धि है. 40% से अधिक बच्चे कुपोषित रहे, यह इनकी उपलब्धि है. एनीमिया 47% से अधिक यह इनकी उपलब्धि है.''
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि " भाजपा वाले जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं तो राज्यपाल को तत्काल अनुमति देना चाहिए क्यों नहीं दे रही है. जांच की अनुमति मांगे हैं. क्या उसमें भी राज्यपाल परीक्षण करेंगे. क्या उसमें भी विधिक सलाह लिया जाएगा. अनुमति तत्काल मिलना चाहिए.''
अंबिका सिंहदेव के पति के पोस्ट को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा है लगातार सिंहदेव परिवार की उपेक्षा हो रही है इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " उनको भैयालाल राजवाड़े का भाषण सुनना चाहिए. एक चुने हुए जनप्रतिनिधि किस भाषा में बात कर रहे हैं. उनको बोलने के बजाय अजय चंद्राकर दूसरों को सीख दे रहे हैं.अजय चंद्राकर के बयान में वैसे भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए वह उस लायक नहीं है. उनकी पार्टी उनको इस लायक नहीं समझती है नहीं तो उन्हें नेता प्रतिपक्ष या अध्यक्ष नहीं बना देते. वो जितना भी करले उनको कोई पद नहीं मिलने वाला वह प्रवक्ता का प्रवक्ता ही रहेंगे.''
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में भी की टिप्पणी : हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में उथल-पुथल मचा हुआ है. जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " जब हम लोग भाजपा के खिलाफ बोलते थे तो हम हिंदू विरोधी होते थे. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ बोलते थे तो राष्ट्र विरोधी होते थे. अभी जो बयान आया है उसमें कहा जाता है कि यह भारत विरोधी है. भारत कौन है अडानी है. क्योंकि जो रिपोर्ट आए हैं वो कहते हैं कि यह भारत पर हमला है .वह अदानी पर हमला नहीं है. मुझे यह शंका है जो एनपीएस का पैसा हम लोग मांग रहे थे. 17000 करोड़ नहीं दिया और एलआईसी एसबीआई इसमें सब पैसा गया है.''
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''यूटीआई, एसबीआई और एलआईसी फंड मैनेजर है. अभी जब पूरा शेयर मार्केट गिर गया. तभी एलआईसी ने पैसा दिया है. शेयर खरीदा तो समझ लीजिए कर्मचारियों के जो बुढ़ापे का सहारा था. वह कहीं छीन तो नहीं जाएगा. यह अर्थशास्त्री और भारत सरकार को बताना चाहिए. कर्मचारियों को पैसा रिटायरमेंट के बाद जो एनपीएस में मिलने वाला था कहीं वह डूब तो नहीं जाएगा. शंका यह है. इस मामले में भारत सरकार को खुलासा करना चाहिए। एक रिपोर्ट से शेयर मार्केट पूरा ताश के पत्ते की तरह ढह गया.''