पूरे मामले का सच जानने के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता ग्राउंड जीरो पर पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने मुठभेड़ को फर्जी करार दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर के तहत आम लोगों को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि मुठभेड़ में मारे गए सभी लोग नक्सली है जिनकी पहचान कर ली गई है.
सीएम ने साधी चुप्पी
वहीं सीएम बघेल ने अब तक इस मामले में कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है. सीएम से जब इस मुठभेड़ को फर्जी बताए जाने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया. गौरतलब है कि इसके पहले जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो कांग्रेस ने कई पुलिस-नक्सल मुठभेड़ को फर्जी बताया था.