रायपुर: राजधानी में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 21 साल का जश्न मनाया जा रहा है. राज्योत्सव के मुख्य समारोह की मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey) हैं. सीएम बघेल (CM Baghel) ने राज्यपाल का अभिवादन किया. उसके बाद राज्यपाल ने राज्योत्सव समारोह (Rajyotsava Celebrations) की शुरुआत की. इस मौके पर राज्यपाल अनुसुइया उईके ने कहा कि सतत विकास की प्राथमिकता होनी चाहिए. कुशल मानव संसाधन के लिए प्रयास करना होगा. राज्य कम समय में उल्लेखनीय उपलब्धियों को हासिल कर सके. उन्होंने कहा कि हम उत्सव मनाएं, लेकिन इस बात की समीक्षा जरूर करें कि हम कहां पीछे रह गए. हम अपने संसाधन का संतुलित उपयोग करते हुए विकास करेंगे.
राज्योत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान मुख्य समारोह में उद्बोधन में भाजपा और कांग्रेस के बीच उपलब्धियों को लेकर श्रेय लेने के बयानों का दौर चला.
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धरमलाल कौशिक ने विधानसभा अध्यक्ष की गैरमौजूदगी पर उठाए सवाल
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष को मंच पर भाषण के लिए बुलाया गया. नेता प्रतिपक्ष ने राज्य निर्माण को लेकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया. जिसके बाद पीएम मोदी के कोरान काल में किए गए कार्यों का बखान किया. धरमलाल कौशिक ने राज्योत्सव में एक खास परंपरा के टूटने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस समारोह में विधानसभा अध्यक्ष मौजूद नहीं है. उनका न होना ये बताता है कि यह परंपरा टूट गई है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि एक तरफ बिसाहू दास महंत के नाम पर पुरस्कार दिया जा रहा है. तो दूसरी तरफ चरण दास महंत का तिरस्कार हो रहा है.
नहीं टूटी कोई परंपरा-सीएम
धरमलाल कौशिक के बाद मंच पर भाषण देने के लिए सीएम भूपेश बघेल आए. उन्होंने इस मौके पर कहा कि कोई परंपरा नहीं टूटी है. सीएम बघेल ने बताया कि बीच में 1 दिन चरणदास महंत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की थी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों ने छत्तीसगढ़ राज्य बना दिया था. लेकिन यह नहीं लगता था कि यह छत्तीसगढ़िया राज्य है. आप लोगों ने तो राजीगत भी नहीं बनाया था. सीएम ने ऐलान किया कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर 12, 13, 14 जनवरी को छत्तीसगढ़ लोक साहित्य कला एवं युवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. जिसमें स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जाएगा.
CM भूपेश बघेल ने धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, राज्यपाल पहुना के रूप में उपस्थित हैं. उन्होंने आगे कहा कि परम्परा टूटी नहीं है, और आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत आ चुके हैं. ऐसे में परम्परा टूटने की बात ही नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि, छत्तीसगढ़िया लोगों को बढ़ाने का काम कांग्रेस सरकार के आने के बाद हुआ. पहले राज्य का गमछा तक नहीं बना था, हमने बनवाया. उन्होंने कहा कि आय में वृद्धि को लेकर हमारी सरकार कार्य कर रही है
राज्य अलंकरण सम्मान से सम्मानित होने वाले विभूतियों के नाम
पहला पुरस्कार शहीद वीर नारायण सिंह सम्मान: आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग का उत्थान आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जानकी प्रसाद पुलस्ट को दिया गया
दूसरा पुरस्कार पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान: अपराध अनुसंधान क्षेत्र से गृह विभाग पुलिस कुंदन लाल गौर को यह सम्मान दिया गया
तीसरा पुरस्कार रतनलाल सम्मान: अहिंसा एवं गौ रक्षा के क्षेत्र में रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर को मिला
चौथा पुरस्कार गुंडाधुर सम्मान: बैडमिंटन खेल क्षेत्र से खेल एवं युवा कल्याण विभाग की तरफ से कुमारी रोली साहू जिला बिलासपुर को मिला
पांचवां सम्मान मिनीमाता सम्मान: महिला उत्थान के क्षेत्र में डॉ कल्पना देशमुख को दिया गया
छठवां पुरस्कार गुरु घासीदास सम्मान: सामाजिक चेतना दलित उत्थान क्षेत्र में पुरानी लाल चेलक दुर्ग को दिया गया
सातवां पुरस्कार ठाकुर प्यारेलाल सम्मान: सहकारिता विभाग सम्मान ग्रहीता छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक मर्यादित रायपुर को दिया गया
आठवां सम्मान हाजी हसन अली सम्मान: उर्दू भाषा की सेवा आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जनाब रोनक जमाल न्यू आदर्श नगर दुर्ग को दिया गया है
पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान: सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक क्षेत्र में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सुश्री विद्या राजपूत को दिया गया है
पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान: साहित्य आंचलिक साहित्य क्षेत्र में संस्कृति विभाग की तरफ से नंदकिशोर तिवारी को दिया गया
चक्रधर सम्मान: संगीत एवं कला के क्षेत्र में संस्कृति विभाग द्वारा प्रभंजन चतुर्वेदी और सुनील तिवारी को संयुक्त रूप से दिया गया
दाऊ मंदराजी सम्मान: लोककला शिल्प क्षेत्र में संस्कृति विभाग द्वारा काशी राम साहू रेखा देवार जिला मुंगेली से संयुक्त रूप से दिया गया
डॉ खूबचंद बघेल सम्मान: कृषि के क्षेत्र में कृषि विभाग द्वारा मुकेश चौधरी को दिया गया
महाराजा अग्रसेन सम्मान: सामाजिक समरसता के क्षेत्र में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा केएन नायडू को दिया गया
दानवीर भामाशाह सम्मान: दानशीलता सौहार्द एवं अनुकरणीय सहायता क्षेत्र से समाज कल्याण विभाग द्वारा भवानी साहू रामलाल साहू धर्मादा ट्रस्ट मुंगेली को दिया गया
श्रीमती बिलासा बाई केवट सम्मान: मत्स्य विकास पुरस्कार मछली पालन के क्षेत्र में मत्स्य विभाग द्वारा अनिल कुमार साहू को दिया गया
संस्कृत भाषा सम्मान: संस्कृत भाषा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा निधि वैष्णव को दिया गया
भंवर सिंह पोर्ते सम्मान: आदिवासियों सेवा और उत्थान के क्षेत्र में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जांगू राय तार समाज कल्याण समिति छत्तीसगढ़ को दिया गया
महाराजा रामानुज प्रताप सिंह देव सम्मान: कोरबा से एनटीपीसी थर्मल पावर स्टेशन प्रसनजीत जनार्दन राव, रामलाल और दीपक कुमार को दिया गया
बिसाहू दास महंत पुरस्कार: बुनकर क्षेत्र से सुनील कुमार, राजा राम देवांगन, तुकाराम देवांगन, और श्री राम देवांगन को दिया गया
राज राजेश्वरी करुणा माता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार: बुनकर क्षेत्र से ग्रामोद्योग विभाग से राजेश कुमार देवांगन और टीका राम देवांगन को दिया गया
देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार: लोक कला संस्कृति विभाग की तरफ से यह पुरस्कार हृदय प्रकाश अनंत और अमोल दास टंडन को दिया गया
देवदास बंजारे समिति पंथी नित्य पुरस्कार: गोकर्ण दास बघेल को मिला
किशोर साहू सम्मान: हिंदी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन निर्देशन अभिनव पटकथा निर्माण क्षेत्र में संस्कृति विभाग द्वारा मनमोहन सिंह ठाकुर को दिया गया
किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण सम्मान: हिंदी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा के निर्देशक सरस्वती विभाग द्वारा अपूर्व बड़गैया को दिया गया
धनवंतरी सम्मान: आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉक्टर के वी श्रीनिवास राव को दिया गया
चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता पुरस्कार: इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से अंशुमान शर्मा को मधुकर खेरस्मृति पत्रकारिता पुरस्कार, प्रिंट मीडिया अंग्रेजी से टिकेश्वर पटेल को दिया गया
पंडित माधव राव सपरे राष्ट्रीय रचनात्मक सम्मान: रचनात्मक लेखन और हिंदी भाषा में जनसंपर्क विभाग द्वारा मृणाल पांडे टीकमगढ़ को दिया गया
बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान: विधि क्षेत्र से विधि विभाग द्वारा ठाकुर भूपेंद्र प्रताप सिंह और सलीम रहमान को दिया गया.