रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई. बैठक में छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण की गवर्निंग बॉडी की पहली बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.
खेल मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि, 'खिलाड़ियों को अत्याधुनिक खेल सुविधाएं और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रदेश में खेल अकादमियां शुरू की जाएंगी. इन आकदमियों के लिए स्टेडियमों के चयन का दायित्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्राधिकरण की कार्यकारिणी समिति को सौंपा गया है'.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से खेल आकदमियों के लिए स्टेडियमों का चयन जल्द करने के निर्देश दिए हैं.
पारंपरिक खेलों को दिया जाएगा प्रोत्साहन
बैठक में ये निर्णय भी लिया गया कि खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों-गेंडी, भौंरा, फुगड़ी जैसे खेलों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
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कार्यकारिणी समिति को सौंपी कार्य योजना
प्रदेश के महत्वपूर्ण खेल स्टेडियम अब छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण के अधीन रखे जाएंगे. खेल अकादमी का संचालन सी.एस.आर. मद के माध्यम से किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्राधिकरण की कार्यकारिणी समिति को सौंपा है.
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इन खेलों की अकादमी होगी शुरू
छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण में दो सांसदों, पांच विधायकों और दो उत्कृष्ट खिलाड़ियों के मनोनयन के लिए मुख्यमंत्री बघेल को अधिकृत किया गया. बैठक में छत्तीसगढ़ में हॉकी, तीरंदाजी, एथलेटिक, क्रिकेट, स्विमिंग, आर्चरी, इंडोर गेम्स (मार्शल आर्ट), फुटबॉल, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, कबड्डी और खो-खो की अकादमी प्रारंभ करने का भी निर्णय लिया गया.