रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है. सीएम ने पत्र लिखकर कोविड-19 के संक्रमण से नागरिकों की सुरक्षा और बचाव के लिए सावधानी और सुरक्षात्मक उपायों के साथ देश में ट्रेनों का संचालन प्रारंभ करने के संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. उन्होंने पत्र में लिखा है कि, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की तरह ट्रेनें प्वाइंट टू प्वाइंट मतलब की स्टेट टू स्टेट चलाई जाएं.
यात्रियों का एक-दूसरे से संपर्क नियंत्रित करने के लिए अधिकतम दो स्टाॅपेज रखे जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टिकोण से यात्रियों की संख्या निर्धारित क्षमता से कम रखी जाए. उन्होंने रेल मंत्री से कोरोना संकट की घड़ी में मानवीय आधार पर यात्रियों को सभी श्रेणी के किराए में रियायत देने का आग्रह भी किया है.
फैलाव को रोकने में अब तक राज्य सरकार सफल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्र में लिखा है कि, इस समय पूरे देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से इस महामारी के रोकथाम और संक्रमण से बचाव के लिए कारगर उपाय किए गए हैं. जिसके परिणाम स्वरूप राज्य में महामारी के फैलाव को रोकने में अब तक सफल हुए हैं. इसी बीच आपके ओर से 1 जून 2020 से देश भर में 200 ट्रेन चलाए जाने के विषय में निर्णय लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है.
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ट्रेन का अधिकतम 2 स्टाॅपेज ही रखा जाए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा की ट्रेन का अधिकतम 2 स्टाॅपेज ही रखा जाए, जिससे कि यात्रियों का एक-दूसरे से संपर्क नियंत्रित हो सके. सोशल डिस्टेंसिंग के दृष्टिकोण से ट्रेन में यात्रियों की संख्या निर्धारित क्षमता से कम रखी जाए. इससे यात्रा कर रहे व्यक्तियों के उचित तरीके से स्क्रीनिंग करने में मदद मिलगी. ट्रेन से आने वाले सभी नागरिकों को 14 दिन के क्वॉरेंटाइन में रहना अनिवार्य किया जाए.