रायपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को राजधानी के ऐतिहासिक और प्राचीन दुधाधारी मठ में आयोजित अन्नदान के महापर्व छेरछेरा जोहार कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी में कहा कि महु छेरछेरा मांगे बर आए हंव.
मुख्यमंत्री ने दुधाधारी मंदिर में भगवान संकट मोचन, बालाजी और राम दरबार में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के खुशहाली की कामना की.
महंत राजेश्री ने दिया छेरछेरा
मुख्यमंत्री को महंत राजेश्री रामसुन्दर दास ने छेरछेरा के रूप में धान और सवा लाख रुपए का चेक दिया है. मुख्यमंत्री बघेल ने रंग बिरंगें परिधानों में सजे डंडा, पंथी और राउत नर्तक दलों के साथ मंदिरों के आस-पास कई घरों में जाकर छेरछेरा पुन्नी का दान लिया.
रुपए प्रदेश के बच्चों को समर्पित
मंदिर परिसर में महंत, साधु संतों और पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ मुख्यमंत्री बघेल को धान से तौलकर तुलादान किया. मुख्यमंत्री ने अन्नदान को मठ की रामकोठी में रखा. सीएम ने दान में मिले धान और पैसों को सुपोषण अभियान के लिए समर्पित किया.
राजगीत प्रस्तुत किया
छेरछेरा पुन्नी जोहार कार्यक्रम में पद्मश्री ममता चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ी राजगीत प्रस्तुत किया. साथ ही कार्यक्रम में बिहाव गीत सहित अन्य गीतों की मधुर प्रस्तुति दी. इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसायसिंह टेकाम, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, सांसद छाया वर्मा, विधायक आदि मौजूद रहे.