रायपुर: छत्तीसगढ़ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने शनिवार को भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर प्रेस कॉन्फेंस की. भानुप्रतापपुर उपचुनाव 5 दिसंबर को है. भानूप्रतापपुर विधानसभा की सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है, निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथी जिला उत्तर बस्तर कांकेर में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है. भानुप्रतापपुर में 256 मूल मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 17 शहरी क्षेत्र में एवं 239 ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हैं. निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,95,678 मतदाता हैं, जिनमें 95178 पुरुष मतदाता और 100491 महिला मतदाताओं की संख्या, एक तृतीय लिंग मतदाता है.( Bhanupratappur by election date announced )
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40 लाख रुपए निर्वाचन खर्च निर्धारित : मुख्य निर्वाचन चुनाव अधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा निर्वाचन सीमा 40 लाख रुपए निर्धारित की गई. इससे पहले यह सीमा 28 लाख रुपए थी ,लेकिन इस बार यह सीमा बढ़ी है. निर्वाचन के लिए प्रत्याशी को अलग से बैंक अकाउंट नामांकन दाखिल करने से 1 दिन पूर्व खोलना होगा. नामांकन पत्र दाखिल करते समय अभ्यर्थी को खोले गए बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी.
रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक रैली और जनसंपर्क में रहेगा प्रतिबंध: निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में डोर टू डोर प्रचार रोड शो और रैली के दौरान करुणा गाइडलाइन का पालन करना होगा. मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए स्टार प्रचारकों की संख्या 40 हो गई, जबकि गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए यह संख्या 20 होगी. राजनीतिक दलों को स्टार प्रचारकों की सूची निर्वाचन की अधिसूचना प्रकाशन के 7 दिन के भीतर देनी होगी. इसके साथ ही रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक जनसंपर्क और रैली पर प्रतिबंध होगा.
पूर्व में कितने प्रतिशत हुए थे मतदान: 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में 77.25 प्रतिशत हुए थे, वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में 1 विधानसभा क्षेत्र से 79.26 प्रतिशत मतदान हुए थे. 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भानूप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में 71.09% मतदान हुआ था.
बैठक के बाद तय किया जाएगा निर्वाचन का समय: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि निर्वाचन का समय भी निर्धारित नहीं किया गया है. भानूप्रतापपुर क्षेत्र के कई मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आते हैं. ऐसे में नक्सल चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए मतदान का समय तय किया जाएगा. मतदान के लिए कितनी सुरक्षा कंपनी लगेगी. यह भी बैठक के बाद तय किया जाएगा.