रायपुर: रायपुर में एक बार फिर संविदा कर्मचारियों ने बघेल सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध प्रदर्शन शुरू किया है. इस बार संविदाकर्मी बघेल सरकार के खिलाफ वादों की बारात निकालेंगे. इसकी तैयारी शनिवार रात से ही शुरू कर दी गई है. सभी ने गुलाबी पगड़ी पहनकर बारात निकालने की तैयारी कर ली है. रविवार को सभी संविदा कर्मचारी बाजे-गाजे के साथ बारात निकालेंगे. इसके बाद नियमितिकरण संग धोखे की शादी कराई जाएगी.
संविदाकर्मियों की अनोखी बारात: रायपुर के तूता धरना स्थल पर शनिवार को प्रदेश भर के संविदा कर्मचारी जुटे. छत्तीसगढ़ सर्व विभाग की संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सभी ने बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शनिवार को संविदा कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग और अनुपूरक बजट में 27 फीसद वेतन वृद्धि करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. अब रविवार को ये सभी संविदाकर्मी बाजे-गाजे के साथ धूमधाम से बघेल सरकार के वादों की बारात निकालेंगे. इस बारात में नियमितिकरण के साथ धोखे की शादी कराई जाएगी. इसमें दूल्हा संविदा कर्मचारी होंगे और नियमितीकरण को दुल्हन बनाया जाएगा.
सरकार के 5 साल पूरे होने वाले हैं, लेकिन सरकार ने जन घोषणा पत्र में नियमितीकरण के किए गए वादे को पूरा नहीं किया है. इसके साथ ही सरकार ने अनुपूरक बजट में संविदा कर्मचारियों को 27 फीसद वेतन वृद्धि देने का वादा किया था. लेकिन प्रदेश के अधिकांश संविदा कर्मचारियों को 27फीसदी की वेतन वृद्धि नहीं मिल पाई है. इसलिए हम बघेल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. -कौशलेश तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष,संविदा कर्मचारी महासंघ
शनिवार को शादी से पहले की रस्में हुई पूरी : रायपुर के तूता धरना स्थल पर पहुंच कर शनिवार को संविदा कर्मचारियों ने वादों की बारात की तैयारी शुरू कर दी है. वादों की बारात बड़े धूमधाम से रविवार को निकाली जाएगी. संविदा कर्मचारियों ने शनिवार को बारात निकाले जाने के पहले शादी में निभाए जाने वाले रस्मों को अदा किया है.
बता दें कि इससे पहले भी संविदा कर्मचारियों ने नया रायपुर में 3 जुलाई से 2 अगस्त तक विरोध प्रदर्शन किया था. 2 अगस्त को सरकार से बातचीत के बाद अपना प्रदर्शन स्थगित कर दिया था.