रायपुर: साधारण परिवार से आने वाले तेज राम भगत जशपुर जिले के रहने वाले हैं. युवा महोत्सव में तेज राम ने करमा नृत्य में प्रस्तुति दी. तेजराम बचपन में 4 साल की आयु में आग से जलने के कारण अपनी एक आंख खो चुके हैं. बिना सहारे के इस परिस्थिति में तेजराम ने हिम्मत नहीं हारी. उसने अपनी हिम्मत का लोहा आखिरकार मनवा ही लिया. तेजराम पेशे से एक किसान हैं. तेजराम के घर में उनकी धर्मपत्नी और दो बच्चे हैं. तेजराम 14 वर्ष की आयु से करमा नृत्य कर रहे हैं और केवल रायपुर ही नहीं अलग-अलग राज्यों में भी अपने नृत्य की प्रस्तुति दे चुके हैं.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh State Level Youth Festival 2023: राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का अंतिम दिन, रॉक बैंड में झूम उठे युवा
करमा डांसर तेजराम ने क्या कहा: करमा डांसर तेजराम ने बताया कि "गांव में सुविधाओं की कमी, आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने के कारण उनकी पढ़ाई आगे नहीं हो पाई. लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और खेती बाड़ी का काम शुरू कर दिया. इसके साथ ही उनका नृत्य में रुचि को बढ़ाते हुए कर्मा नृत्य में खुद को परफेक्ट बनाया. यह डांस उन्होंने किसी क्लास में जाकर नहीं सीखा है. साथ खेलने वाले सहपाठियों के साथ यूं ही देखकर नृत्य सीख गए और तेजराम इतना बेहतरीन नृत्य करने लगे. वे आज युवा महोत्सव में अपने जिले को अपने नृत्य के जरिए प्रस्तुत कर रहे हैं." अक्सर लोग अपनी परिस्थितियों के आगे हार मान जाते हैं, लेकिन तेजराम एक ऐसा उदाहरण है जो कि बाकियों को प्रेरणा देते हैं.
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का समापन समारोह: राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में युवाओं में जबरदस्त जोश और उत्साह दिखाई दिया. रॉक बैंड प्रतियोगिता में युवा जमकर थिरकते दिखे. प्रतियोगिता में आधुनिकता और पारंपरिकता की अनूठी जुगलबंदी दिखाई दी. बैंड में जहां देशभक्ति गीत, जसगीत और भागवत गीता के श्लोक सुनाई दिए. वहीं कई गानों ने लोगों का दिल जीत लिया.