रायपुर: यूपीएससी परीक्षा में छत्तीसगढ़ के दो बच्चों ने कीर्तिमान रचा है. दंतेवाड़ा की नम्रता ने देशभर में 12वां और बिलासपुर के वर्णित नेगी ने 13वां स्थान हासिल किया है. दोनों की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोनों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए ट्विटर पर शुभकामनाएं दी हैं.
सीएम भूपेश ने ट्विटर पर पोस्ट कर लिखा है कि 'यूपीएससी परीक्षा में डंका बजाने वाली छत्तीसगढ़ की बेटी नम्रता जैन और बेटे वर्णित नेगी को बहुत-बहुत बधाई. दंतेवाड़ा की नम्रता ने देश भर में 12वां और बिलासपुर के वर्णित नेगी ने 13वां स्थान हासिल किया है. मैं आप दोनों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं, अनंत शुभकामनाएं'.
2017 में भी नम्रता ने क्लियर किया था यूपीएससी
बता दें कि यूपीएससी 2019 का रिजल्ट आज ही जारी हुआ है. दंतेवाड़ा की नम्रता ने देशभर में 12वां रैंक हासिल कर नक्सल प्रभावित इलाके के लिए नई मिसाल पेश की है. नम्रता ने 2017 बैच में यूपीएससी की परीक्षा में 99वीं रैंक हासिल की थी, लेकिन उन्हें IPS अवॉर्ड हुआ था. 2018 में नम्रता को कामयाबी नहीं मिली, लेकिन 2019 में नया कीर्तिमान रचते हुए नम्रता ने देशभर में 12वां स्थान हासिल कर लिया.
नौकरी छोड़कर शुरू की यूपीएससी की तैयारी
बिलासपुर के वर्णित नेगी ने यूपीएससी परीक्षा में 13वां स्थान लाकर पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. वर्णित इससे पहले भी संघ लोक सेवा आयोग 2017 की परीक्षा में 504वां रैंक हासिल कर चुके हैं. 504वां रैंक वर्णित ने दूसरे अटेंप्ट में हासिल किया था. शहर के नेहरू नगर के वर्णित ने कर्नाटक से बीटेक किया है. बीटेक के बाद वर्णित का प्लेसमेंट पावरग्रिड कंपनी में हो गया था.
वर्णित का फैमिली बैकग्राउंड है ऐसा
डेढ़ साल पावरग्रिड कंपनी में नौकरी करने के बाद वर्णित ने यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू की. वर्णित ने 2016 में नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की. वर्णित पहले अटेंप्ट में इंटरव्यू तक नहीं पहुंच पाए थे. वर्णित के पिता बीएन नेगी प्राचार्य और मां सीमा नेगी तखतपुर कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. वर्णित के भाई अंकित नेगी दिल्ली में डॉक्टर हैं.
छत्तीसगढ़ के अजय चौधरी ने भी यूपीएससी में बाजी मारी है. उन्हें ओवरऑल 545 रैंक मिली है. पिछले साल भी अजय चौधरी को कामयाबी मिली थी और उन्हें IRS मिला था.
पिथौरा के योगेश कुमार पटेल को इस बार यूपीएससी में 592वीं रैंक मिली है. पिछली बार योगेश को IPS अवॉर्ड हुआ था, लेकिन इस बार उनकी रैंकिंग पिछली बार से खराब रही है.