रायपुर: छत्तीसगढ़ में जल्द ही महात्मा गांधी की प्रदेश यात्रा और ब्रिटिश काल से जुड़े समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित करने वाले दस्तावेजों को संरक्षित रखने के लिए संग्राहलय बनाया जाएगा. छत्तीसगढ़ का संस्कृति विभाग संग्रह को विकसित करने पर काम कर रहा है. हाल ही में महात्मा गांधी की राज्य की यात्राओं और राज्य के समृद्ध इतिहास से संबंधित अभिलेखों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था.
रायपुर में बनेगा महात्मा गांधी संग्रहालय: इतिहासकार केके अग्रवाल ने बताया कि "1933 में महात्मा गांधी ने छत्तीसगढ़ में यात्रा की थी. उनकी यात्रा और ब्रिटिश काल से जुड़े अभिलेख भोपाल के वल्लभ भवन में रखे गए थे. जिन्हें संस्कृति विभाग रायपुर भेज दिया गाय है. रायपुर में एक व्यवस्थित संग्रहालय बना रहे हैं. जो छत्तीसगढ़ के शोधकर्ताओं के लिए फायदेमंद होगा."
"पूरे देश का दौरा करने की थी घोषणा": केके अग्रवाल ने बताया कि "रायपुर के बाद गांधी नागपुर गए, जहां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) का 35वां अधिवेशन निर्धारित था और यह वही आयोजन था जहां असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित किया जाना था. नवंबर 1933 में, महात्मा गांधी ने हरिजन समुदाय से संबंधित लोगों के उत्थान के लिए पूरे देश का दौरा करने की घोषणा की."
यह राष्ट्रव्यापी अभियान गांधी द्वारा छत्तीसगढ़ से शुरू किया गया. 22 नवंबर, 1933 को, महात्मा गांधी दुर्ग पहुंचे और घनश्याम सिंह गुप्ता के मेहमान बने.