रायपुर: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश में दुर्घटनावश और आत्महत्या से होने वाली मौतों के नए आंकड़े जारी किए हैं. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 2022 में दुर्घटनावश होने वाली मौतों की दर सबसे अधिक 56.4 दर्ज की गई. साथ ही छत्तीसगढ़ 2022 में देश के सभी राज्यों में आत्महत्या की दर के मामले में तीसरे स्थान पर है.
एनसीआरबी नए आंकड़ों ने चौंकाया: केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एनसीआरबी द्वारा 2022 का वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित किया गया. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 28 राज्यों में से छत्तीसगढ़ में आकस्मिक मौतों की उच्चतम दर 56.4 दर्ज की गई. उसके बाद दूसरे स्थान पर हरियाणा 53.5 और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र 53.0 में मामले सामने आए, जबकि राष्ट्रीय औसत 31.2 है. छत्तीसगढ़ में 2022 में 16,893 आकस्मिक मौतें हुईं, जिनमें 248 'प्रकृति की शक्तियों' के कारण और 16,645 'अन्य कारणों' से हुईं थी.
2021 के मुकाबले 2022 में मामले घटे: इससे पहले 2021 में छत्तीसगढ़ में 19,265 आकस्मिक मौतें दर्ज की गईं थी, जिनमें 244 'प्रकृति की शक्तियों' के कारण और 19,012 अन्य कारणों' से हुईं थी. ऐसे में 2021 के मुकाबले 2022 में इसके आंकड़ों में 12.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और पुडुचेरी में भी आकस्मिक मौतों की दर हैरान करने वाले है. लद्दाख में 78.7 और पुडुचेरी में 65.7 दर्ज की गई और वे छत्तीसगढ़ से आगे थे. आपको बता दें कि देश में आठ केंद्रशासित प्रदेश हैं.
36 में से 19 राज्यों में एस्सीडेंटल डेथ बढ़े: एनसीआरबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 36 में से 19 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में 'आकस्मिक मौतों' की उच्च दर दर्ज की गई है. जबकि पूरे भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर औसतन 31.2 मौतें होती हैं. इसमें कहा गया है कि 2022 में देश में 'अन्य कारणों' से हुई कुल 4,15,306 आकस्मिक मौतों में से 617 मौतें अवैध/जहरीली शराब के सेवन की 507 घटनाओं के कारण हुईं. रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन राज्यों में ऐसी विभिन्न मौतें हुईं, उनमें बिहार (134 मौतें) और उसके बाद कर्नाटक (98), पंजाब (90), छत्तीसगढ़ (60), झारखंड (55) और उत्तर प्रदेश (50 मौतें) शामिल हैं.
आत्महत्या में तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़: इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में आत्महत्या की दर 28.2 थी, जो 2022 में 28 राज्यों में से सिक्किम (43.1) और केरल (28.5) के बाद तीसरी सबसे अधिक है. छत्तीसगढ़ में 2022 में 8,446 आत्महत्याएं हुईं, जो 2021 में दर्ज संख्या 7,828 से 7.9 प्रतिशत अधिक थीं. आत्महत्या की अखिल भारतीय दर (यानी प्रति एक लाख जनसंख्या पर आत्महत्या की संख्या) 12.4 थी. हालांकि, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (42.8) और पुडुचेरी (29.7) उन केंद्रशासित प्रदेशों में से हैं जो आत्महत्या की दर में छत्तीसगढ़ से आगे हैं.
मौतों के आंकड़ो को दो श्रेणियों में बांटा: आकस्मिक मौतों को दो व्यापक श्रेणियों में बांटा गया है. पहला प्रकृतिक कारणों से होने वाली मौतें, जिनमें बिजली, गर्मी/धूप का आघात, फर्श, भूस्खलन आदि शामिल हैं. दूसरा अप्राकृतिक कारणों से होने वाली मौतें, जिसमें यातायात दुर्घटनाएं, जानवरों के हमले, नकली शराब का सेवन और फ़ैक्टरी दुर्घटनाओं में मौतें शामिल हैं.
(पीटीआई)