सुबर्णपुर : छत्तीसगढ़ की एक बुजुर्ग महिला ओडिशा के बिनिका ब्लॉक के पापी गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है. महिला के व्यवहार की वजह से ग्रामीण उसकी मदद तो कर रहे हैं लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पा रही है.
बुजुर्ग महिला किसी से कोई बात नहीं करती और भीख मांगकर अपना पेट पाल रही है. दूसरे राज्य में जानने की वजह से उसे वहां की भाषा भी नहीं आती. उड़िया न जानने की वजह से लोग उससे बात नहीं कर पा रहे हैं हालांकि वो हिंदी में कुछ अक्षर जरूर लिखती है. महिला के बात न करने और भाषा न जानने की वजह से उसका नाम, पता जानने में मुश्किल हो रही है.
मंदिर में रहती है महिला, भीख मांगकर कर रही है गुजारा
इलाके के एक मंदिर में महिला ने पनाह ली है और भीख मांगकर गुजारा कर रही है. कभी गांववालों से खाना मिल जाता है तो कभी भूखे पेट ही रहना पड़ रहा है. महिला के व्यवहार और शांत स्वभाव की वजह से गांववाले उसकी मदद करते हैं. किसी को भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
'छत्तीसगढ़ से आई थी महिला'
कुछ लोगों का कहना है कि एक साल पहले छत्तीसगढ़ से कुछ मजदूर काम करने बिनिका ब्लॉक आए हुए थे, उन्हीं के साथ वो महिला भी यहां आई थी. ग्रामीणों ने बताया कि बाकी लोग तो वापस लौट गए लेकिन महिला यहीं रह गई. कुछ लोगों का कहना है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और शायद इसी वजह से वो अपनी पहचान, पता सब भूल गई है.
स्थानीय प्रशासन ने नहीं उठाए कदम
स्थानीय प्रशासन ने भी महिला की मदद के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं हालांकि ग्रामीण अपने स्तर पर कोशिश जरूर कर रहे हैं. ग्रामीण प्रशासन पर उसकी मदद करने का दबाव बना रहे हैं.