रायपुर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के क्रियान्वयन के मामले में छत्तीसगढ़ लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. मनरेगा के अस्तित्व में आने के बाद से छत्तीसगढ़ वित्तीय वर्ष 2020- 2021 में सबसे ज्यादा रोजगार सृजन के मामले में टॉप पर है. साथ ही इस साल सबसे अधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार देने का भी नया रिकॉर्ड बनाया है. इस वर्ष अब तक 5 लाख 54322 परिवारों को छत्तीसगढ़ में 100 दिनों का काम उपलब्ध कराया गया है. रोजगार देने के मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पांचवें स्थान पर है.
इस साल 17 करोड़ 66 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन
मनरेगा के रोजगार देने के मामले में छत्तीसगढ़ से आगे केवल राजस्थान, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल ही है. इन राज्यों में मनरेगा जॉब कार्ड परिवारों की संख्या और भारत सरकार की ओर से निर्धारित रोजगार सृजन का लक्ष्य छत्तीसगढ़ से काफी ज्यादा है. वहीं छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 17 करोड़ 66 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया है जो मनरेगा लागू होने के बाद भी सर्वाधिक है.
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कोरोना और लॉकडाउन में भी दिया रिकॉर्ड रोजगार
पंचायत विभाग के अधिकारियों ने मनरेगा टीम पंचायत प्रतिनिधियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि पंच सरपंचों की जागरूकता और मनरेगा के मैदानी टीम की सक्रियता से ये लक्ष्य हासिल हुआ है. इस साल कोरोना और लाकडाउन में भी गांव में रोजगार देने के पर्याप्त मौके उपलब्ध कराए गए हैं. बीते साल में प्रदेश लौटे हजारों प्रवासी श्रमिकों को भी मनरेगा के माध्यम से बड़ी संख्या में काम दिया गया है.