ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने की बाबा रामदेव पर FIR दर्ज करने की मांग

author img

By

Published : May 23, 2021, 8:28 PM IST

बाबा रामदेव के एलोपैथी पर दिए गए बयान पर बवाल हो गया है. बाबा रामदेव के बयान पर छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कड़ी निंदा जाहिर की है. छत्तीसगढ़ के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव पर महामारी कानून के तहत मामला दर्ज कराने की मांग की है.

Junior Doctors Association demanded FIR on Baba Ramdev
बाबा रामदेव पर FIR दर्ज करने की मांग

रायपुर: सोशल मीडिया पर योग गुरु बाबा रामदेव का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें बाबा रामदेव यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि एलोपैथी मूर्खतापूर्ण विज्ञान है. भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोरोना के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर और ऐसी कई दवाइयां बीमारी का इलाज करने में असफल रही है. इस बयान पर छत्तीसगढ़ के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव पर महामारी कानून के तहत मामला दर्ज कराने की मांग की है. उन्होंने बाबा रामदेव को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है.

छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के सार्वजनिक बयान की कड़ी निंदा की है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि बाबा रामदेव ने ना सिर्फ एलोपैथी का बल्कि विज्ञान का भी अपमान किया है. डॉक्टर इस महामारी के समय में कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. रामदेव बाबा का ऐसा बयान स्वास्थ्यकर्मियों के आत्मविश्वास को गिराने जैसा है.

'सार्वजनिक रूप से माफी मांगे बाबा रामदेव'

एसोसिएशन का कहना है कि बाबा रामदेव अपने बयान के जरिए लोगों में भ्रम और नफरत फैलाने का काम रहे हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अधिकारियों से मांग की है कि बाबा रामदेव पर महामारी कानून के तहत FIR दर्ज किया जाए. साथ ही बाबा रामदेव सार्वजनिक रूप से सभी से माफी भी मांगे.

एलोपैथिक इलाज पर बाबा रामदेव की टिप्पणी पर बवाल, IMA ने PM को लिखी चिट्ठी

कोरोना महामारी के दौरान एक तरफ लोग ऐलोपैथी दवाओं से अपने परिजनों की जान बचाने में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर बाबा रामदेव ने एलोपैथी दवाओं को ही मरीजों की मौत का जिम्मेदार बता दिया है, जिससे मेडिकल एसोसिएशन नाराज है और बाबा पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. इस मामले को लेकर IMA ने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है.

पूरे विश्व में एलोपैथिक दवाइयों से हो रहा इलाज

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ जयेश लेले ने बाबा रामदेव के बयान का विरोध करते हुए कहा कि 2 दिन पहले योग गुरु बाबा रामदेव ने पूरे डॉक्टर समुदाय के लिए एक खेद जनक बयान दिया. IMA उसका पुरजोर विरोध करती है. डॉ. लेले ने कहा कि कोरोनाकाल में भारत ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दुनिया में करोड़ों लोग ऐलोपैथी सिस्टम से ही ठीक हो रहे हैं और मृत्यु दर केवल 3 से 5 फ़ीसदी ही है. इन सभी मरीजों का इलाज एलोपैथिक दवाइयों से ही हो रहा है. मरीज को कभी ऑक्सीजन, कभी आईसीयू तो कभी-कभी वेंटीलेटर्स की जरूरत होती है. ये सारी सुविधाएं एलोपैथिक सिस्टम में ही आती हैं.

रायपुर: सोशल मीडिया पर योग गुरु बाबा रामदेव का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें बाबा रामदेव यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि एलोपैथी मूर्खतापूर्ण विज्ञान है. भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोरोना के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर और ऐसी कई दवाइयां बीमारी का इलाज करने में असफल रही है. इस बयान पर छत्तीसगढ़ के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव पर महामारी कानून के तहत मामला दर्ज कराने की मांग की है. उन्होंने बाबा रामदेव को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है.

छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के सार्वजनिक बयान की कड़ी निंदा की है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि बाबा रामदेव ने ना सिर्फ एलोपैथी का बल्कि विज्ञान का भी अपमान किया है. डॉक्टर इस महामारी के समय में कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. रामदेव बाबा का ऐसा बयान स्वास्थ्यकर्मियों के आत्मविश्वास को गिराने जैसा है.

'सार्वजनिक रूप से माफी मांगे बाबा रामदेव'

एसोसिएशन का कहना है कि बाबा रामदेव अपने बयान के जरिए लोगों में भ्रम और नफरत फैलाने का काम रहे हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अधिकारियों से मांग की है कि बाबा रामदेव पर महामारी कानून के तहत FIR दर्ज किया जाए. साथ ही बाबा रामदेव सार्वजनिक रूप से सभी से माफी भी मांगे.

एलोपैथिक इलाज पर बाबा रामदेव की टिप्पणी पर बवाल, IMA ने PM को लिखी चिट्ठी

कोरोना महामारी के दौरान एक तरफ लोग ऐलोपैथी दवाओं से अपने परिजनों की जान बचाने में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर बाबा रामदेव ने एलोपैथी दवाओं को ही मरीजों की मौत का जिम्मेदार बता दिया है, जिससे मेडिकल एसोसिएशन नाराज है और बाबा पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. इस मामले को लेकर IMA ने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है.

पूरे विश्व में एलोपैथिक दवाइयों से हो रहा इलाज

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ जयेश लेले ने बाबा रामदेव के बयान का विरोध करते हुए कहा कि 2 दिन पहले योग गुरु बाबा रामदेव ने पूरे डॉक्टर समुदाय के लिए एक खेद जनक बयान दिया. IMA उसका पुरजोर विरोध करती है. डॉ. लेले ने कहा कि कोरोनाकाल में भारत ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दुनिया में करोड़ों लोग ऐलोपैथी सिस्टम से ही ठीक हो रहे हैं और मृत्यु दर केवल 3 से 5 फ़ीसदी ही है. इन सभी मरीजों का इलाज एलोपैथिक दवाइयों से ही हो रहा है. मरीज को कभी ऑक्सीजन, कभी आईसीयू तो कभी-कभी वेंटीलेटर्स की जरूरत होती है. ये सारी सुविधाएं एलोपैथिक सिस्टम में ही आती हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.