ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को बदहाल किया, अब बेहतरी के लिए सोचें: बृजमोहन

ETV भारत ने किसानों की बदहाली की खबर आप तक पहुंचाई थी. राजधानी से लगे चक्रवाय गांव में किसान ने लागत न निकलने और खरीदार न मिलने की वजह से अपनी खड़ी फसल को रौंद दिया था. इस पर छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है.

brijmohan-agrawal-counter-on-state-goverment-for-farmer-bad-condition
भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल
author img

By

Published : Jun 15, 2020, 8:35 PM IST

Updated : Jun 15, 2020, 8:55 PM IST

रायपुर: किसानों की बदहाली पर ETV भारत की एक्सलूसिव खबर पर पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. कुछ दिन पहले ETV भारत ने आपको खबर दिखाई थी कि राजधानी से लगे चक्रवाय गांव में किसान ने लागत न निकलने और खरीदार न मिलने की वजह से अपनी खड़ी फसल को रौंद दिया था. किसान ने केले और पपीते की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया था. इस खबर को दिखाए जाने के बाद पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ETV भारत की सराहाना की है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार और किसानों की बदहाली को जनता के सामने लाने का काम ETV भारत ने किया है.

बृजमोहन का राज्य सरकार पर बयान

बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसानों की बदहाली के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, उन्हें शर्म आनी चाहिए . किसानों की हमदर्द बताने वाली सरकार लगातार अन्नदाता से छल कर रही है. किसानों को उनकी मेहनत से पैदा की गई फसलों का दाम तक नहीं मिल पा रहा है. मजबूरी में अन्नदाता अपनी खड़ी फसल पर टैक्टर चलाकर रौंदने को मजबूर हैं.

पढ़ें : किसानों की स्थिति पर गंभीरता से विचार करे सरकार: अग्रवाल

पढ़ें :छत्तीसगढ़ : किसान ने 50 एकड़ की फसल पर चलाया ट्रैक्टर, जानें कारण

बृजमोहन ने कहा कि जरूरत है कि, 'किसानों को उनकी मेहनत का फल मिले. इसके लिए सरकार को आगे आना चाहिए. उन्हें सोचना चाहिए कि किस तरह बीमा की राशि से उनकी मदद की जा सकती है. साथ उनका सामान किस तरह बाजार में बेचा जा सकता है. राज्य सरकार को किसानों को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए'.

पढ़ें : रमन को शिव डहरिया का जवाब, 'जो खुद शराब पीते हैं, वे शराबबंदी की मांग कर रहे हैं'

लॉकडाउन में फल और सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचे लेकिन उन्हें उगाने वालों के अरमान धरती पर बिखर गए. राजधानी से लगे चक्रवाय गांव के रहने वाले किसान अनुज अग्रवाल ने हर साल की तरह इस बार भी बड़े पैमाने पर पपीता और केले की खेती की थी. लेकिन जब फसल तैयार हुई, उसी दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन कर दिया गया. फसल बिक्री नहीं हुई लिहाजा अनुज ने खड़े खेत को ट्रैक्टर से रौंद दिया था. अनुज ने कहा था कि किसानों के लिए बनी योजनाएं कागजों तक सीमित रह जाती हैं, धरातल पर नहीं उतर पाती हैं.

रायपुर: किसानों की बदहाली पर ETV भारत की एक्सलूसिव खबर पर पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. कुछ दिन पहले ETV भारत ने आपको खबर दिखाई थी कि राजधानी से लगे चक्रवाय गांव में किसान ने लागत न निकलने और खरीदार न मिलने की वजह से अपनी खड़ी फसल को रौंद दिया था. किसान ने केले और पपीते की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया था. इस खबर को दिखाए जाने के बाद पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ETV भारत की सराहाना की है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार और किसानों की बदहाली को जनता के सामने लाने का काम ETV भारत ने किया है.

बृजमोहन का राज्य सरकार पर बयान

बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसानों की बदहाली के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, उन्हें शर्म आनी चाहिए . किसानों की हमदर्द बताने वाली सरकार लगातार अन्नदाता से छल कर रही है. किसानों को उनकी मेहनत से पैदा की गई फसलों का दाम तक नहीं मिल पा रहा है. मजबूरी में अन्नदाता अपनी खड़ी फसल पर टैक्टर चलाकर रौंदने को मजबूर हैं.

पढ़ें : किसानों की स्थिति पर गंभीरता से विचार करे सरकार: अग्रवाल

पढ़ें :छत्तीसगढ़ : किसान ने 50 एकड़ की फसल पर चलाया ट्रैक्टर, जानें कारण

बृजमोहन ने कहा कि जरूरत है कि, 'किसानों को उनकी मेहनत का फल मिले. इसके लिए सरकार को आगे आना चाहिए. उन्हें सोचना चाहिए कि किस तरह बीमा की राशि से उनकी मदद की जा सकती है. साथ उनका सामान किस तरह बाजार में बेचा जा सकता है. राज्य सरकार को किसानों को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए'.

पढ़ें : रमन को शिव डहरिया का जवाब, 'जो खुद शराब पीते हैं, वे शराबबंदी की मांग कर रहे हैं'

लॉकडाउन में फल और सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचे लेकिन उन्हें उगाने वालों के अरमान धरती पर बिखर गए. राजधानी से लगे चक्रवाय गांव के रहने वाले किसान अनुज अग्रवाल ने हर साल की तरह इस बार भी बड़े पैमाने पर पपीता और केले की खेती की थी. लेकिन जब फसल तैयार हुई, उसी दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन कर दिया गया. फसल बिक्री नहीं हुई लिहाजा अनुज ने खड़े खेत को ट्रैक्टर से रौंद दिया था. अनुज ने कहा था कि किसानों के लिए बनी योजनाएं कागजों तक सीमित रह जाती हैं, धरातल पर नहीं उतर पाती हैं.

Last Updated : Jun 15, 2020, 8:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.