रायपुर: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया सदस्यता अभियान की समीक्षा (chhattisgarh Congress in charge PL Punia) करने पहुंचे हैं. कांग्रेस सदस्यता अभियान की गति धीमी है. पार्टी लक्ष्य से काफी दूर है. पुनिया यह जानने-समझने पहुंचे हैं कि आखिर इसके पीछे मुख्य वजह क्या है? क्या पार्टी में गुटबाजी है या फिर इस अभियान की धीमी गति के पीछे और कोई वजह है?
सदस्यता अभियान को गति देने किया गया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
कांग्रेस के सदस्यता अभियान (Congress membership drive in Chhattisgarh) को गति देने शनिवार को एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री शिव कुमार डहरिया सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. इस बैठक में जिला अध्यक्ष, पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे. यह प्रशिक्षण शिविर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में रखा गया.
प्रशिक्षण शिविर के दौरान उपस्थित सदस्यों को डिजिटल तरीके से किस तरह सदस्यों को जोड़ा जाए, ज्यादा से ज्यादा पार्टी में सदस्य बने उसके लिए क्या किया जाए, या फिर और कोई ऐसा उपाय जिससे पार्टी सदस्यों की संख्या तेजी से बढ़ाई जा सके, उस पर विचार विमर्श किया गया. सदस्यता अभियान की समीक्षा भी की गई.
राहुल गांधी ने सीएम बघेल के परिवारवालों से की मुलाकात, बेटे और होने वाली बहू को दिया आशीर्वाद
सदस्यता अभियान की गति पर पुनिया ने जताई चिंता
पुनिया ने सदस्यता अभियान की धीमी गति को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने अभियान को गति देने के लिए पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया. पुनिया ने कहा कि अभी हम सदस्यता अभियान में काफी पिछड़े हुए हैं. हमारा लक्ष्य था कि हम फरवरी तक 10 लाख सदस्य बना लें, लेकिन अभी इससे हम काफी दूर हैं. यही वजह है कि हमें सदस्यता अभियान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना काल चल रहा है इसलिए किसी भी तरह की रैली, सभा या फिर अन्य आयोजन नहीं किया जा सकता लेकिन डिजिटल माध्यम से सदस्यता अभियान चला सकते हैं. यही कारण है कि अब इस पर जोर दिया जा रहा है.
1 नवंबर से हुई थी सदस्यता अभियान की शुरुआत
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने 1 नवंबर से सदस्यता अभियान की शुरुआत की थी. इस अभियान के दौरान छत्तीसगढ़ में 10 लाख सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसे पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने 28 फरवरी तक का समय निर्धारित किया था. अभियान के तहत सदस्यता बुक और डिजिटल माध्यम से पार्टी सदस्य बना रही है. बावजूद इसके अब तक महज पौने चार लाख सदस्य ही बन सके हैं. यानी पार्टी अभी लक्ष्य से काफी दूर है. 10 लाख सदस्य बनाने का 28 फरवरी तक का लक्ष्य था, उसे बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है. यानी 31 मार्च तक 6 लाख 25 हजार सदस्य और बनाए जाने हैं. अब देखने वाली बात है कि पार्टी अपने लक्ष्य को पूरा कर पाती है या नहीं. बताते चलें कि मुख्यमंत्री के बेटे की शादी रविवार को है। इस शादी समारोह में भी कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया शामिल होंगे।