रायपुर : छत्तीसगढ़ की पूरी सरकार और कांग्रेस पार्टी अनिर्णय की स्थिति में है, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ की बर्बादी हो रही है. पिछले एक साल से ढाई साल-ढाई साल की बात हो रही है. दो सांडों की लड़ाई में बाड़ का नुकसान होता है. लगभग वही स्थिति छत्तीसगढ़ की बन गई है. पिछले ढाई साल में छत्तीसगढ़ का कोई विकास नहीं हो पाया. अब आने वाला समय भी छत्तीसगढ़ के लिए दुखदायी होगा. यह कहना है सूबे के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल का.
राहुल जहां जाते हैं, पार्टी का हो जाता है बंटाधार
बृजमोहन अग्रवाल ने राहुल गांधी के मुद्दे पर कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी जहां-जाते हैं, वहां-वहां बंटाधार होता है. छत्तीसगढ़ का बंटाधार तो पहले ही हो चुका है. अब छत्तीसगढ़ आएंगे तो छत्तीसगढ़ का और बंटाधार होगा. बीजेपी यह मानती है कि कांग्रेस को बहुमत मिला था, अच्छा काम करना चाहिए था. लेकिन कांग्रेस पार्टी उस बहुमत के दम पर छत्तीसगढ़ को लूटने का काम कर रही है. मुझे लगता है कि विधायकों के दम पर सत्ता लूटने का काम चल रहा है.
करीब एक माह पूर्व ही हो गया था इस घटनाक्रम का बीजारोपण
बता दें कि फिलहाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस की जो स्थिति है, उसका बीजारोपण कहीं-न-कहीं करीब एक माह पूर्व ही हो गया था. जब बृहस्पति सिंह ने टीएस सिंहदेव पर अपनी हत्या कराने की आशंका जताते हुए, उन पर आरोप लगाया था. तभी से पार्टी में अंदरखाने का कलह मुख्य सतह पर दिखने लगा था. बाद में बृहस्पति सिंह ने उनसे माफी भी मांग ली थी. जबकि दूसरी तरफ टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में ही डेरा डाल लिया था. और आज नजारा कुछ और ही दिख रहा है. हालांकि पार्टी के अधिकांश मंत्री और विधायक सीएम भूपेश बघेल के पक्ष में ही हैं. और खुद मुख्यमंत्री भी पार्टी में सब कुछ "ऑल इज वेल" बता रहे हैं.
अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस : धरमजीत सिंह
इधर, धरमजीत सिंह ने कहा है कि मैंने बहुत पहले ही कहा था कि कांग्रेस पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है. उसी का यह परिणाम है कि कांग्रेस पार्टी के विधायक दिल्ली की सड़कों पर अपने नेताओं के दरवाजे पर परेड कर रहे हैं. यह बहुत ही दुर्भाग्यजनक है. आलाकमान को जो भी निर्णय लेना है, वह तत्काल लेना चाहिए. धरमजीत सिंह ने यह भी कहा कि पिछले 4 दिन से प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक दिल्ली दौरे पर हैं. यह छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्यजनक है.
रेणु जोगी के दिल्ली दौरे पर क्या कहा
धरमजीत सिंह ने कहा कि उनकी रेणु जोगी से बात हुई है. वह व्यक्तिगत काम से दिल्ली गई हैं. सोनिया गांधी से उनके पारिवारिक संबंध हैं. लेकिन जेसीसीजे के कांग्रेस में विलय जैसी कोई बात नहीं है.