रायपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में बड़ी नक्सली घटना में 10 डीआरजी जवान शहीद हो गए. सीएम भूपेश बघेल शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने दंतेवाड़ा में हैं. पुलिस लाइन कारली में सीएम भूपेश बघेल जवानों को अंतिम सलामी देंगे. अंतिम सलामी देने के बाद शहीद जवानों के पार्थिव शरीर उनके गृहग्राम रवाना किए जाएंगे. सीएम भूपेश बघेल के साथ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, सांसद दीपक बैज, फूलोदेवी नेताम और डीजीपी अशोक जुनेजा भी दंतेवाड़ा पहुंचे हैं. शहीद जवानों के परिजनों कारली पुलिस ग्राउंड में मौजूद है. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हैं.
नक्सली हमले में शहीद जवानों के नाम: प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी, प्रधान आरक्षक मुन्ना राम कड़ती, प्रधान आरक्षक संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मंडावी, नव आरक्षक लखमू मरकाम, नव आरक्षक जोगा कवासी, नव आरक्षक हरिराम मंडावी, गोपनीय सैनिक राजूराम करटाम, गोपनीय सैनिक जयराम पोड़ियाम, गोपनीय सैनिक जगदीश कवासी शहीद हुए. निजी वाहन चालक धनीराम यादव की भी मौत हुई.
दंतेवाड़ा नक्सली हमले पर शोक और गुस्से में देश, नक्सलवाद पर प्रहार की मांग
दंतेवाड़ा नक्सली हमले के बाद हाईलेवल मीटिंग: बुधवार को दंतेवाड़ा में हुए IED अटैक के बाद देर शाम सीएम भूपेश ने उच्चस्तरीय बैठक ली. बैठक में घटना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गहन समीक्षा के बाद नक्सलवाद के खात्मे के लिए आगे की रणनीति बनाई गई. हाईलेवल मीटिंग में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव अंकित आनंद, पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता अजय यादव मौजूद रहे.
Naxal Attack Chhattisgarh नक्सलवाद खत्म होने के दावों के बीच दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला
दंतेवाड़ा नक्सली हमले में 10 जवान शहीद: बुधवार को नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे काफिले में शामिल एक वाहन को IED ब्लास्ट कर उड़ा दिया. इस हमले में DRG के 10 जवान शहीद हो गए. ड्राइवर की भी मौत हुई. अरनपुर में हुई इस नक्सली वारदता को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने 50 किलो विस्फोटक सामग्री वाले इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का उपयोग किया गया था. ब्लास्ट इतना तेज था कि सड़क पर 10 फीट गहरा और चौड़ा गड्ढा हो गया. जवानों को ले जा रही गाड़ी पूरी तरह नष्ट हो गई.
नक्सलियों ने प्लानिंग के साथ किया ब्लास्ट: बीते महीनेभर से बस्तर संभाग के अलग अलग क्षेत्रों में लगभग हर रोज IED मिलने और ब्लास्ट के मामले सामने आ रहे थे. IED ब्लास्ट या उन्हें डिफ्यूज करने के दौरान अप्रैल में ही 3 जवान शहीद हो चुके थे. बुधवार को नक्सलियों ने एंटी नक्सल ऑपरेशन से लौट रहे जवानों को निशाना बनाया. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसे नक्सलियों की सोची समझी साजिश बताया. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों की टीम को टारगेट कर IED ब्लास्ट किया गया.