रायपुर: रायगढ़ में छत्तीसगढ़ का पहला मिलेट्स कैफे 21 मई 2022 को शुरु हुआ. छत्तीसगढ़ सरकार लगातार मिलेट मिशन योजना पर काम कर रही है. जनवरी महीने में रायपुर का पहला मिलेट कैफे इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में खुला. अब राजकुमार कॉलेज में बुधवार को नए मिलेट कैफे की शुरुआत की गई है. खास बात यह है कि इस मिलेट्स कैफे में मिलने वाली हर डिश बाजरा से बनाई जा रही है. छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि ''हमारी सरकार मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है.”
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दुर्ग और नारायणपुर में में भी खुले मिलेट्स कैफे: दुर्ग में 8 अप्रैल को गुरुनानक सरोवर के पास सीएम बघेल ने मिलेट्स कैफे का उद्घाटन किया था. यहां मिलेट्स कैफे खुलने से लोगों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन सस्ते दाम पर मिला रहा है. किसानों की उपज का भी सही इस्तेमाल हो रहा है. 7 मार्च को कवासी लखमा ने नारायणपुर जिला कार्यालय जाने वाले मार्ग पर मिलेट्स कैफे का उद्घाटन किया था.
कैसे संचालित हो रहा है कैफे : मिलेट्स कैफे दो तरह से संचालित हो रहे हैं. इनमें ड्राई कैफे और वैट कैफे है. ड्राई कैफे में रागी आटा, कोदो राइस, पोहा, कुकीज कृषि विश्वविद्यालय के अलग अलग संस्थाओं से आए उत्पादों को उचित दाम में उपलब्ध कराया जा रहा है. मिलेट्स डिश बनाने के तरीके वैट कैफे के माध्यम से बनाए जा रहे हैं. इसमें रागी, कोदो से बने डोसा, पकौड़ा, रागी माल्ट और अन्य खाद्य व्यंजन बनाए जा रहे हैं.