रायपुर : छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार में नौ मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली.विष्णुदेव सरकार में हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए मंत्री बनाए गए हैं. जिनमें एक सामान्य, तीन ओबीसी, दो अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति वर्ग से मंत्री बना है. जिन विधायकों को मंत्री बनाया गया है, उनमें बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, दयालदास बघेल,केदार कश्यप, टंकराम वर्मा, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, लखनलाल देवांगन और लक्ष्मी राजवाड़े हैं.आईए जानते हैं विष्णुदेव सरकार के नौ रत्न का राजनीति में अब तक का सफर कैसा रहा है.
1-बृजमोहन अग्रवाल - बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधत्व कर रहे हैं. इस सीट पर अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही बृजमोहन अग्रवाल विधायक हैं. बृजमोहन अग्रवाल 1990 में पहली बार अविभाजित मध्य प्रदेश में विधायक बनें. इसके बाद भी वो 1993,1998 में भी अविभाजित मध्य प्रदेश में विधायक बनें. फिर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ.इसके बाद बृजमोहन अग्रवाल लगातार पांच बार 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में चुनाव जीत चुके हैं.
2- रामविचार नेताम-रामविचार नेताम ने शिक्षक की नौकरी से त्यागपत्र देकर साल 1990 में तत्कालीन पाल विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में नेताम को जीत हासिल हुई थी. इसके बाद लगातार साल 1993, 1998, 2003, 2008 में विधानसभा चुनाव जीते. साल 2013 तक रामानुजगंज विधानसभा सीट से ये विधायक रहे हैं.रामविचार नेताम साल 2004 में पहली बार आदिम जाति कल्याण विभाग और राजस्व विभाग के मंत्री बने. साल 2005 से लेकर साल 2008 तक गृह जेल और सहकारिता विभाग के मंत्री रहे. लगातार 2013 तक पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग विधि विधायी कार्य समेत कई विभाग के मंत्री रहे. साल 2016 से लेकर साल 2022 तक छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं.
3-दयालदास बघेल-दयालदास बघेल दसवीं पास है. वो नवागढ़ ब्लॉक के संबलपुर के पास कुंरा गांव के रहने वाले हैं. दयालदास किसान परिवार से हैं. साल 1976 में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली थी. साल 1998 और 2018 के विधानसभा चुनाव में दयालदास को हार का सामना करना पड़ा. साल 2003, 2008 और 2013 विधानसभा चुनाव में इन्हें जीत मिली थी.2023 में एक बार फिर दयालदास बघेल जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. बता दें कि नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
4-केदार कश्यप-केदार कश्यप चौथी बार विधायक चुने गए. 2023 विधानसभा चुनाव में नारायणपुर सीट से 19188 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. छत्तीसगढ़ सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.2000 में भाजयुमो से राजनीतिक करियर की शुरुआत की
5-श्याम बिहारी जायसवाल - श्यामबिहारी दूसरी बार विधायक बने हैं. 2023 विधानसभा चुनाव में मनेंद्रगढ़ सीट से 11880 वोटों से जीत हासिल की बीजेपी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. 2010 में उपाध्यक्ष जनपद पंचायत के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की.
6- ओपी चौधरी- ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ बीजेपी के महामंत्री रह चुके हैं. 2005 बैच के पूर्व IAS अफसर रह चुके हैं. 2018 विधानसभा चुनाव छत्तीसगढ़ की खरसिया सीट से हार गए थे. 2023 का चुनाव रायगढ़ सीट से 64 हजार से ज्यादा वोटों से जीते.अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. नक्सल प्रभावित इलाके में अपने बेहतरीन काम के लिए लोकप्रिय हैं.
7-टंक राम वर्मा- 2023 विधानसभा चुनाव में बलौदा बाजार सीट से 14746 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.इससे पहले मंत्रियों के पीए के तौर पर काम कर चुके हैं. राजनीतिक करियर की शुरुआत पंचायत से की.
8-लखन लाल देवांगन- लखनलाल दूसरी बार विधायक चुने गए. इससे पहले बीजेपी सरकार में संसदीय सचिव थे. 2023 विधानसभा चुनाव में कोरबा सीट से 25629 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. 2003 में जिला पंचायत सदस्य के साथ राजनीतिक करियर शुरू किया.
9-लक्ष्मी राजवाड़े- लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधायक चुनी गईं हैं. 2023 विधानसभा चुनाव में भटगांव सीट से 43962 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. इससे पहले लक्ष्मी राजवाड़े जिला पंचायत सदस्य थीं.वहीं लक्ष्मी राजवाड़े महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी हैं.