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SPECIAL: खाने से जुड़ी चीजें खरीदने से पहले जरूर पढ़ें यह खबर

खाद्य सामग्री का पुराना स्टॉक या फिर एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद भी कई दुकानदार और व्यापारी ग्राहकों को ऐसी चीजें भी बेच देते हैं, जिससे व्यापारियों को मुनाफा होता है.

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फूड पैकेट्स पर ऐक्सपायरी डेट जरूर चेक करें
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Published : Mar 13, 2021, 2:23 PM IST

रायपुर: राजधानी सहित दूसरे शहरों में भी खाद्य सामग्री का पुराना स्टॉक या फिर एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद भी कई दुकानदार और व्यापारी ग्राहकों को ऐसी चीजें भी बेच देते हैं, जिससे व्यापारियों को मुनाफा होता है. लेकिन बात अगर लॉकडाउन की अवधि की करें तो रायपुर में किसी भी तरह के खाद्य उत्पाद ETV भारत की टीम को नहीं मिले. पुराने और एक्सपायरी डेट वाले खाद्य उत्पाद बेचे जाने की शिकायत पर रायपुर नगर निगम अन्य विभागों से मिलकर संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई करता है.

खाने से जुड़ी चीजें खरीदने से पहले जरूर देखें ये खबर

पुराने खाद्य पदार्थ और एक्सपायर हो चुकी खाने पीने की चीजें कई बार ग्राहक अनजाने में दुकानों से खरीद कर ले जाते हैं. ऐसे में ग्राहकों को जागरूक होने की जरूरत है. किसी भी खाद्य उत्पाद मसलन चॉकलेट, बिस्किट, नूडल्स जैसी पुराने हो चुके उत्पादों का सेवन करने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है.

दुकानों में नहीं मिला पुराना खाद्य उत्पाद

जहां तक लॉकडाउन की अवधि की बात है, तो इस दौरान बिस्किट, नूडल्स और चॉकलेट जैसे पैकिंग वाले खाद्य पदार्थ को व्यापारियों की ओर से धोखा देकर बेचने का मामला सामने नहीं आया. ETV भारत की टीम ने ऐसी ही कुछ चीजों का जायजा लिया. दुकानदारों ने बताया कि पुराने खाद्य उत्पाद या फिर एक्सपायर हो चुके खाद्य उत्पाद को अलग से रख दिया जाता है. इसे कंपनी के लोग जब आते हैं तो उन्हें वापस कर दिया जाता है. कई बार कंपनी के लोग इन चीजों को लेने से इनकार करते हैं. तो इसका नुकसान व्यापारियों को सहना पड़ता है.

पेयजल के लिए तरस रहे उरला-सिलतरा के लोग

ग्राहकों का जागरूक होना जरूरी

लॉकडाउन के दौरान बिस्किट, नूडल्स और चॉकलेट जो पुराने हो चुके हैं उसको लेकर जब हमने एक्सपर्ट से बात की तो उनका कहना है कि, इस तरह की बातें चर्चाओं के दौरान सामने आई है. खासकर ग्रामीण इलाकों में अनजाने में ग्राहक ऐसी चीजों को खरीदते हैं जिसका स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ता है. एक्सपर्ट भी मानते हैं कि इन सब मामलों में ग्राहकों को जागरूक होना जरूरी है. इसके लिए सरकार भी अपनी ओर से कई पहल करती है. ताकि लोग पुराने खाद्य उत्पादों को न खरीदें.

शिकायत पर की जाती है कार्रवाई

पुराने खाद्य उत्पाद या खाद्य सामग्री में शिकायतों के संबंध में हमने नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही से बात की. उनका कहना है कि जन शिकायत या आवेदन के जरिए ऐसी शिकायतें मिलती हैं तो उस पर टीम बनाकर तुरंत कार्रवाई की जाती है. दुकानों को सील करने के साथ ही जुर्माना राशि वसूल की जाती है. साथ ही एक्सपायरी डेट की धाराओं के तहत भी कार्रवाई का प्रावधान है.

ग्राहकों को भुगतना पड़ता है खामियाजा

पुराने खाद्य उत्पादों को लेकर दुकानदार और व्यापारियों के साथ ही नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का अपना एक अलग ही दावा है. लेकिन इन दावों और इरादों के बीच कई बार पुराने खाद्य उत्पादों का खामियाजा आखिरकार ग्राहकों को ही भुगतना पड़ता है.

रायपुर: राजधानी सहित दूसरे शहरों में भी खाद्य सामग्री का पुराना स्टॉक या फिर एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद भी कई दुकानदार और व्यापारी ग्राहकों को ऐसी चीजें भी बेच देते हैं, जिससे व्यापारियों को मुनाफा होता है. लेकिन बात अगर लॉकडाउन की अवधि की करें तो रायपुर में किसी भी तरह के खाद्य उत्पाद ETV भारत की टीम को नहीं मिले. पुराने और एक्सपायरी डेट वाले खाद्य उत्पाद बेचे जाने की शिकायत पर रायपुर नगर निगम अन्य विभागों से मिलकर संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई करता है.

खाने से जुड़ी चीजें खरीदने से पहले जरूर देखें ये खबर

पुराने खाद्य पदार्थ और एक्सपायर हो चुकी खाने पीने की चीजें कई बार ग्राहक अनजाने में दुकानों से खरीद कर ले जाते हैं. ऐसे में ग्राहकों को जागरूक होने की जरूरत है. किसी भी खाद्य उत्पाद मसलन चॉकलेट, बिस्किट, नूडल्स जैसी पुराने हो चुके उत्पादों का सेवन करने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है.

दुकानों में नहीं मिला पुराना खाद्य उत्पाद

जहां तक लॉकडाउन की अवधि की बात है, तो इस दौरान बिस्किट, नूडल्स और चॉकलेट जैसे पैकिंग वाले खाद्य पदार्थ को व्यापारियों की ओर से धोखा देकर बेचने का मामला सामने नहीं आया. ETV भारत की टीम ने ऐसी ही कुछ चीजों का जायजा लिया. दुकानदारों ने बताया कि पुराने खाद्य उत्पाद या फिर एक्सपायर हो चुके खाद्य उत्पाद को अलग से रख दिया जाता है. इसे कंपनी के लोग जब आते हैं तो उन्हें वापस कर दिया जाता है. कई बार कंपनी के लोग इन चीजों को लेने से इनकार करते हैं. तो इसका नुकसान व्यापारियों को सहना पड़ता है.

पेयजल के लिए तरस रहे उरला-सिलतरा के लोग

ग्राहकों का जागरूक होना जरूरी

लॉकडाउन के दौरान बिस्किट, नूडल्स और चॉकलेट जो पुराने हो चुके हैं उसको लेकर जब हमने एक्सपर्ट से बात की तो उनका कहना है कि, इस तरह की बातें चर्चाओं के दौरान सामने आई है. खासकर ग्रामीण इलाकों में अनजाने में ग्राहक ऐसी चीजों को खरीदते हैं जिसका स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ता है. एक्सपर्ट भी मानते हैं कि इन सब मामलों में ग्राहकों को जागरूक होना जरूरी है. इसके लिए सरकार भी अपनी ओर से कई पहल करती है. ताकि लोग पुराने खाद्य उत्पादों को न खरीदें.

शिकायत पर की जाती है कार्रवाई

पुराने खाद्य उत्पाद या खाद्य सामग्री में शिकायतों के संबंध में हमने नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही से बात की. उनका कहना है कि जन शिकायत या आवेदन के जरिए ऐसी शिकायतें मिलती हैं तो उस पर टीम बनाकर तुरंत कार्रवाई की जाती है. दुकानों को सील करने के साथ ही जुर्माना राशि वसूल की जाती है. साथ ही एक्सपायरी डेट की धाराओं के तहत भी कार्रवाई का प्रावधान है.

ग्राहकों को भुगतना पड़ता है खामियाजा

पुराने खाद्य उत्पादों को लेकर दुकानदार और व्यापारियों के साथ ही नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का अपना एक अलग ही दावा है. लेकिन इन दावों और इरादों के बीच कई बार पुराने खाद्य उत्पादों का खामियाजा आखिरकार ग्राहकों को ही भुगतना पड़ता है.

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