रायपुर: राजधानी समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में ठगी करने वाले आरोपी, बेरोजगारों को अलग-अलग तरीके से झांसा देकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. सिविल लाइन थाना अंतर्गत 4 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अमन बंजारे फरार है. जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है. बेरोजगारों को शासकीय विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है. आरोपियों ने इसके लिए बेरोजगारों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया था. जिसके बाद बेरोजगारों की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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जानें पूरा मामला
10 फरवरी 2022 को प्रार्थी नोहर सिंह सोनवानी ने सिविल लाइन थाने में लिखित शिकायत की थी. कोमल महानदिया एवं उनके पुत्र प्रकाश महानदिया ने उनसे राजधानी में राजभवन के पास स्थित गढ़ कलेवा के पास आकर शासकीय विभाग में भृत्य के पद में नौकरी लगाने के नाम पर 3 लाख रुपये नगद रकम ले लिया. राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन विभाग में भृत्य के पद में नियुक्ति के सम्बन्ध में फर्जी नियुक्ति आदेश पत्र भी प्रार्थी को थमा दिया.
आदेश की फर्जी होने के सम्बन्ध में जानकारी होने पर वे दोनों फरार हो गये. जिसकी रिपोर्ट राजधानी के सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई. जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने कार्रवाई की.
पुलिस और साइबर की टीम में इस मामले में आरोपी कोमल महानदिया एवं उनके पुत्र प्रकाश महानदिया को मरीन ड्राइव तेलीबान्धा से पकड़ कर सिविल लाइन थाने लेकर आई. पूछताछ करने पर उन्होंने जुर्म स्वीकार करते हुए अपराध में अपने सहयोगी सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास और अमन बंजारे को संलिप्त होना बताया. आरोपी के बताये अनुसार सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास के घर में दबिश देकर सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास को भी थाना लाया गया.
प्रकरण के सम्बन्ध में पूछताछ करने से श्रीनिवास द्वारा अमन बंजारे एवं उमेश कुमार दिव्य के द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर कई लोगों से पैसा लेने की बात स्वीकार की. श्रीनिवास की निशानदेही पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को बताया कि राज्य के अलग-अलग स्थानों पर 21 युवकों से लगभग 75 लाख रुपए की ठगी की गई है.