रायपुर : राजधानी रायपुर में मानसून(monsoon in raipur) का असर दिखने लगा है. सोमवार दोपहर के बाद जिले में झमाझम बारिश हुई. देर रात तक राजधानी में बूंदाबांदी(rain in raipur) जारी रही. बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली है. मंगलवार को भी सुबह से ही बादल छाए रहे. बारिश की वजह से रायपुर की तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम दर्ज किया गया है. मौसम विभाग (Meteorological Department Raipur) ने प्रदेश में 11 जुलाई के बाद से भारी बारिश की संभावना (chance of rain) जताई है. छत्तीसगढ़ में 9 जून को मानसून पहुंच गया था. तब से पूरे प्रदेश में हल्के से मध्यम बारिश हो रही है.
मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. प्रदेश के एक-दो स्थानों पर भी बारिश की पूरी संभावना बनी हुई है. प्रदेश के अधिकतम तापमान में ज्यादा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
छत्तीसगढ़ में 5 जुलाई तक 280.8 मिमी औसत बारिश
- मौसम विभाग ने बताया कि एक द्रोणिका विदर्भ के पूर्वी भाग से दक्षिण तटीय तमिलनाडु तक तेलंगाना होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है.
- एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर ओडिशा और उससे लगे गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है.
- एक द्रोणिका उत्तर ओडिशा से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है.
- पश्चिम उत्तर प्रदेश से त्रिपुरा तक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप हिमालयन, पश्चिम बंगाल और असम होते हुए मध्य समुद्र तल पर स्थित है.
1 जून 2021 से अब तक राज्य में 280.8 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है. अब तक कोरबा जिले में सबसे ज्यादा 484.8 मिमी और दंतेवाड़ा जिले में सबसे कम 162.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है. राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक हुई बारिश मानसून के लिहाज से काफी बेहतर मानी जा रही है.