रायपुर : छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार बनने के बाद धीरे-धीरे करके चुनावी वादों को पूरा किया जा रहा है. बीजेपी ने चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र के जरिए मोदी की गारंटी जनता के सामने लाया था.जिसमें प्रति एकड़ 21 क्विटंल धान खरीदी, बीजेपी शासन में किसानों का बकाया दो साल का धान बोनस, 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य समेत कई गारंटी दी गई थी.जिसमें अब प्रदेश सरकार काम कर रही है.
छत्तीसगढ़ में किसानों को मिला दो साल का बोनस : अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती पर बीजेपी ने अपना वादा निभाते हुए किसानों के खातों में दो साल का बकाया धान बोनस डाला.वहीं 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान खरीदी की जा रही है.जिसका पैसा भी किसानों को भुगतान किया जा रहा है.वहीं अब किसानों को बीजेपी 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल के दर से धान का पैसा देने की तैयारियों में जुटी है.
किसानों को कितना पैसा ज्यादा मिलेगा ? : भूपेश बघेल सरकार में किसानों को प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीद के एवज में 4 किश्तों में इनपुट सब्सिडी के रूप में 41 हजार 745 रुपए दिए जा रहे थे. वहीं यदि छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी लागू हुई तो किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद होने पर किसानों को कुल 65 हजार 100 रुपये मिलेंगे. पहले की तुलना में यह राशि 23 हजार 355 रुपये होगी.
केंद्र कितनी दे रही है एमएसपी ? : केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2023-24 के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2183 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. छत्तीसगढ़ सरकार अपने चुनावी वादे के सरकार किसानों को एमएसपी पर धान की खरीद करने के बाद 917 रुपये की बकाया राशि किस तरह से देगी.इसका पूरा खाका तैयार किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में कितने किसान ? : राज्य में बीते 1 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है. समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 26 लाख 86 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. पंजीकृत धान का रकबा 33 लाख 15 हजार हेक्टेयर है. समर्थन मूल्य पर अब तक लगभग सवा नौ लाख किसानों ने 42.20 लाख मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर बेचा है. धान बेच चुके किसानों को भी 21 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित मात्रा का लाभ प्रदेश सरकार देगी.