रायपुर: कांग्रेस भवन में कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर और शिव डहरिया ने विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने सत्ता में रहते हुए आदिवासियों का शोषण किया है. उन्होंने कहा कि सत्ता से हटते ही आदिवासी हितैषी होने का ढोंग करते रहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कलेक्टर्स पर दबाव बनाकर बीजेपी ने 15 साल में सबसे ज्यादा आदिवासियों की जमीन बेची है.
'बीजेपी आदिवासियों पर करती थी जुल्म'
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सत्ता में रहते हुए आदिवासियों का खूब शोषण किया और इन्हें हमेशा ठगने का प्रयास करते हैं. कभी गाय के नाम पर, कभी नौकरी देने के नाम पर और सत्ता से हटते ही आदिवासियों के सबसे बड़े हितैषी होने का ढोंग करते हैं. उन्होंने कहा कि आदिवासी इनको समझ चुके हैं और इसीलिए आदिवासी क्षेत्र बस्तर और सरगुजा से इनका सफाया हो गया है. इनका नाम लेने वाला भी कोई नहीं बचा है.
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आदिवासियों की जमीन निजी कंपनी को दी
उन्होंने कहा कि जांजगीर चांपा में आधा एकड़ जमीन धारण करने वाले आदिवासी परिवार की जमीन कलेक्टर ने सरकारी नियम के खिलाफ विक्रय की अनुमति दी गई. जबकि जमीन विक्रय के बाद आजीविका के लिए आदिवासी के पास कम से कम 5 एकड़ जमीन बाकी रहना चाहिए. जांजगीर चांपा में निजी कंपनी ने आदिवासियों की लगभग 110 एकड़ भूमि मनरेगा मजदूर के नाम से खरीदी गई.
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कांग्रेस ने किया था विरोध
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस के विरोध बाद जमीन नामांतरण को निरस्त किया गया. भाजपा ने अपनी सरकार के आखिरी महीने में एक कानून बनाने जा रही थी, जिसके अनुसार योजना के नाम पर आदिवासियों की जमीन ली जा सकती थी. जिसका कांग्रेस ने विरोध किया और कानून बनते-बनते रह गया.
वनमंत्री ने बृजमोहन अग्रवाल पर लगाया आरोप
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल के आरोप पर वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने दस्तावेजों के साथ तथ्यामक जानकारी देते हुए आरोपों को नकार दिया. उन्होंने साबित किया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों का बीमा योजना को केंद्र की भाजपा सरकार ने बंद कराया है.