ETV Bharat / state

जेल में बंद भाइयों ने बहनों से की वीडियो कॉलिंग पर बात, आंखों से छलके आंसू

author img

By

Published : Aug 3, 2020, 6:52 PM IST

Updated : Aug 3, 2020, 7:03 PM IST

रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद भाइयों ने बहनों से वीडियो कॉलिंग और मोबाइल के जरिए बात की. इस दौरान उनकी आंखों से आंसू छलक उठे. बता दें कि इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से जेल में बहनों को आने की अनुमति नहीं दी गई थी.

Raksha Bandhan in jail
आंखों से छलके आंसू

रायपुर : रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद भाइयों से बहनों ने वीडियो कॉलिंग और फोन के जरिए बात की. इसके लिए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जेल प्रशासन को पहले ही व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए थे. रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बंदियों से उनकी बहने इस बार कोरोना संक्रमण के कारण नहीं मिल सकी. कोरोना संकट की वजह से जेल प्रशासन ने बंदियों से उनकी बहनों को मिलने की अनुमति नहीं दी थी. लेकिन भाई-बहनों के लिए इस त्योहार को खास बनाने जेल प्रशासन ने अच्छी पहल की.

जेल में बंद भाइयों ने बहनों से की बात

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के आदेश के मुताबिक भाइयों को उनकी बहनों से बात कराने के लिए जेल प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर ली थी. सोमवार को सभी कैदियों ने अपनी बहनों से फोन के माध्यम से भी बात की. इस दौरान वीडियो कॉलिंग के जरिए भी बहनों ने अपने भाइयों से बात की, तो जेल में बंद भाइयों की आंखे भी छलक पड़ी. कोरोना संकट ने भाई-बहन के प्रेम के इस पर्व पर भी पाबंदी लगा दी. जेल में बंद कैदी भाइयों को बहनों से ना मिल पाने का दुख था, लेकिन वीडियो कॉलिंग और फोन के जरिए बात कर उन्हें थोड़ी खुशी जरूर मिली.

पढ़ें-SPECIAL: छोटे भाई की परवरिश के लिए छोड़ी पढ़ाई, अब खेती किसानी कर भविष्य गढ़ रही कल्पना

डाक से भेजी गई राखी को किया गया सैनिटाइज

इसके अलावा बाहर से बहनों की भेजी गई राखी को भी जेल प्रशासन ने सैनिटाइज कर उनके भाइयों तक अंदर पहुंचाया, ताकि बंदियों की कलाई सुनी ना रहे. बता दें कि रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. हर साल इस दिन जेल में बंद कैदियों को उनकी बहने राखी बांधने जेल जाती थी. लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार जेल में बहनों को आने की अनुमति नहीं दी गई थी. आधुनिकता ने भाई-बहन की दूरियों को कम कर दिया.

रायपुर : रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद भाइयों से बहनों ने वीडियो कॉलिंग और फोन के जरिए बात की. इसके लिए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जेल प्रशासन को पहले ही व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए थे. रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बंदियों से उनकी बहने इस बार कोरोना संक्रमण के कारण नहीं मिल सकी. कोरोना संकट की वजह से जेल प्रशासन ने बंदियों से उनकी बहनों को मिलने की अनुमति नहीं दी थी. लेकिन भाई-बहनों के लिए इस त्योहार को खास बनाने जेल प्रशासन ने अच्छी पहल की.

जेल में बंद भाइयों ने बहनों से की बात

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के आदेश के मुताबिक भाइयों को उनकी बहनों से बात कराने के लिए जेल प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर ली थी. सोमवार को सभी कैदियों ने अपनी बहनों से फोन के माध्यम से भी बात की. इस दौरान वीडियो कॉलिंग के जरिए भी बहनों ने अपने भाइयों से बात की, तो जेल में बंद भाइयों की आंखे भी छलक पड़ी. कोरोना संकट ने भाई-बहन के प्रेम के इस पर्व पर भी पाबंदी लगा दी. जेल में बंद कैदी भाइयों को बहनों से ना मिल पाने का दुख था, लेकिन वीडियो कॉलिंग और फोन के जरिए बात कर उन्हें थोड़ी खुशी जरूर मिली.

पढ़ें-SPECIAL: छोटे भाई की परवरिश के लिए छोड़ी पढ़ाई, अब खेती किसानी कर भविष्य गढ़ रही कल्पना

डाक से भेजी गई राखी को किया गया सैनिटाइज

इसके अलावा बाहर से बहनों की भेजी गई राखी को भी जेल प्रशासन ने सैनिटाइज कर उनके भाइयों तक अंदर पहुंचाया, ताकि बंदियों की कलाई सुनी ना रहे. बता दें कि रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. हर साल इस दिन जेल में बंद कैदियों को उनकी बहने राखी बांधने जेल जाती थी. लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार जेल में बहनों को आने की अनुमति नहीं दी गई थी. आधुनिकता ने भाई-बहन की दूरियों को कम कर दिया.

Last Updated : Aug 3, 2020, 7:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.