रायपुर: अक्सर हम रामचरितमानस को किताबों में पढ़ते हैं या टीवी पर देखते हैं, लेकिन रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय पुस्तक मेले में 'बोलती रामायण' नाम की बुक स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आज रामायण की पुस्तक लगभग सभी घरों में होगी, लेकिन लोग उसे पढ़ नहीं पाते. घर के बड़े-बुजुर्ग जिनकी आंखें कमजोर है या जो पढ़ नहीं पाते, इसके साथ ही आज के दौर में कई युवा ऐसे हैं जो रामायण से अंजान है. रामायण को समझाने और आसानी से उपलब्ध कराने के लिए ही 'बोलती रामायण' को बनाया गया है.
राजधानी रायपुर के शंकर नगर बीटीआई ग्राउंड में बुक फेयर का आयोजन 15 से 23 फरवरी तक किया गया है, जिसमें देश के जाने-माने लेखक, साहित्यकार, ग़ज़ल आर्टिस्ट, एक्टर सहित कई जानी-मानी हस्तियां शिरकत कर रही हैं.
रामचरितमानस के साथ ही मौजूद है भागवद्गीता
एक मिनी डिवाइस में पूरे रामचरितमानस का ऑडियो रिकॉर्ड कराया गया है. रामचरितमानस की प्रत्येक चौपाई इसके अंदर है. एक-एक चौपाई संगीत के रूप में है. इस डिवाइस में भागवद्गीता भी रिकॉर्ड कराई गई है. इसके साथ ही इस डिवाइस में बहुत सारे मंत्र, चालीसा और भजन का भी संग्रह है. आपको जो भजन या काव्य पसंद हो आप डिवाइस पर दिए गए अलग-अलग नबंर पर जाकर उन्हें डायरेक्ट सुन सकते हैं.
मोबाइल फोन के आकार में है 'बोलती रामायण'
बोलती रामायण मोबाइल फोन की तरह छोटा होने की वजह से इसे अपने साथ कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है. इसकी वजह से इसे कैरी करना आसान हो जाता है. आज की भागती-दौड़ती और व्यस्त दुनिया को देखते हुए ही इसे छोटा आकार दिया गया है. इसे घर के साथ ही ऑफिस जाते वक्त और बस या ट्रेन में सफर करते वक्त भी अपने साथ रखकर रामायण के साथ ही भजनों का संग्रह सुना जा सकता है.
'बोलती रामायण' को कैसे माना जाए ऑथेंटिक
इस डिवाइस में पूरा रामचरितमानस रिकॉर्ड है, जो किसी टीवी सीरियल या यूट्यूब में नहीं मिलेगा. लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसे ऑथेंटिक ठहराया है. जिसमें रामचरितमानस का वर्ड-टू-वर्ड है शामिल है. इस डिवाइस के माध्यम से 21 घंटे में पूरी रामचरितमानस सुनी जा सकती है.
डिवाइस में और क्या है
इस 'बोलती रामायण' में भगवद्गीता के 700 श्लोक 18 अध्याय हिंदी अनुवाद के साथ मौजूद है. इसके साथ ही नवरात्रि, गणेश चतुर्थी, शिवरात्रि, रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे त्योहारों से जुड़े मंत्र, आरती और भजन भी शामिल है. इस डिवाइस का गोल्ड वर्जन लॉन्च किया गया है, जिसमें दुर्गा सप्तशती भी है. हर चौपाई के हिंदी अनुवाद के साथ ही आजकल की बोल-चाल भाषा में इसे लाया गया है ताकि लोग इसे आसानी से समझ सकें.
हिंदी अनुवाद की रिकॉर्डिंग बनाती है खास
श्रीकंता महेश्वरी का कहना है कि, 'आज तक टीवी सीरियल या कहीं भी रामायण को पूर्ण रूप से नहीं दिखाया गया है और इस मिनी डिवाइस के थ्रू जिसे बोलती रामायण का नाम दिया गया है उससे आप रामायण सहित गीता और देवी-देवताओं की चालीसा और भजन भी हिंदी में सुन सकते हैं.