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बर्फानी बाबा हुए ब्रह्मलीन, अनुनायियों ने नम आंखों से दी विदाई

मेहंदीपुर बालाजी चतुष संप्रदाय के महंत श्री बर्फानी दादाजी का देवलोकगमन के बाद उनका शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया. हजारों की संख्या में बाबा के अनुनायियों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी.

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ब्रह्मलीन हुए बाबा बर्फानी
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Published : Dec 25, 2020, 6:24 PM IST

मेंहदीपुर बालाजी (दौसा). संत बर्फानी दादा जी महाराज के पार्थिव शरीर का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया. बर्फानी बाबा के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु और संत पहुंचे. बता दें कि मेहंदीपुर बालाजी चतुष संप्रदाय के महंत श्री बर्फानी दादाजी का देवलोक गमन अहमदाबाद में 23 दिसंबर को हुआ था.

उनके पार्थिव शरीर को अहमदाबाद से सड़क मार्ग से मेहंदीपुर बालाजी लाया गया. जहां शुक्रवार को बर्फानी दादाजी का दाह संस्कार मेहंदीपुर बालाजी आश्रम में किया गया. संत बर्फानी बाबा को बड़ी संख्या में साधु संत और भक्तों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

यह भी पढ़ें : मां पाताल भैरवी मंदिर के संस्थापक योग ऋषि बर्फानी दादा का निधन, श्रद्धालुओं में शोक की लहर

ब्रहम ऋषि योगीराजपरम हंस हिमालय के महान काया कल्पी संत श्री बर्फानी दादा जी महाराज के नाम से विख्यात हैं. देश-विदेश में उनके हजारों अनुयायी हैं. देश ही नहीं विदेश में भी आश्रम हैं. मेंहदीपुर बालाजी में उनका एक बड़ा आश्रम बर्फानी धाम है. उनके शिष्य यहां इस आश्रम की देखरेख करते हैं और बर्फानी दादाजी यहां अपने अनुयायियों के साथ आते रहते थे. श्री बर्फानी दादाजी के देवलोक गमन पर अनुनायियों में शोक की लहर है.

शोक की लहर

ऋषि बर्फानी दादा ने राजनांदगांव के मां पालात भैरवी सिद्ध शक्तिपीठ मंदिर और बर्फानी आश्रम की नींव रखी थी. बर्फानी दादा के निधन की खबर मिलते ही राजनांदगांव सहित देशभर में उनके भक्तों में शोक की लहर है. मंदिर में बने उनके कक्ष के भीतर बर्फानी दादा के आसन में उनकी तस्वीर रख कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. इस दौरान उनके भक्तों ने उनके साथ बिताए पलों को याद किया.

बर्फानी दादा ने की थी भविष्यवाणी

बर्फानी दादाजी ने वर्षाें पहले ही अपनी भविष्यवाणी में कहा था कि महाभारत के समय में जो गृहयोग थे. वह आने वाला है और वर्ष 2012 से वर्ष 2020 तक इस गृहयोग का विशेष प्रभाव पडे़गा. भूकंप-भूचाल सहित देश में तरह-तहर की बीमारी आएगी. देश-विदेश में आपसी लड़ाई होगी. राजनीति में उथल-पुथल भी होगा.

मेंहदीपुर बालाजी (दौसा). संत बर्फानी दादा जी महाराज के पार्थिव शरीर का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया. बर्फानी बाबा के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु और संत पहुंचे. बता दें कि मेहंदीपुर बालाजी चतुष संप्रदाय के महंत श्री बर्फानी दादाजी का देवलोक गमन अहमदाबाद में 23 दिसंबर को हुआ था.

उनके पार्थिव शरीर को अहमदाबाद से सड़क मार्ग से मेहंदीपुर बालाजी लाया गया. जहां शुक्रवार को बर्फानी दादाजी का दाह संस्कार मेहंदीपुर बालाजी आश्रम में किया गया. संत बर्फानी बाबा को बड़ी संख्या में साधु संत और भक्तों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

यह भी पढ़ें : मां पाताल भैरवी मंदिर के संस्थापक योग ऋषि बर्फानी दादा का निधन, श्रद्धालुओं में शोक की लहर

ब्रहम ऋषि योगीराजपरम हंस हिमालय के महान काया कल्पी संत श्री बर्फानी दादा जी महाराज के नाम से विख्यात हैं. देश-विदेश में उनके हजारों अनुयायी हैं. देश ही नहीं विदेश में भी आश्रम हैं. मेंहदीपुर बालाजी में उनका एक बड़ा आश्रम बर्फानी धाम है. उनके शिष्य यहां इस आश्रम की देखरेख करते हैं और बर्फानी दादाजी यहां अपने अनुयायियों के साथ आते रहते थे. श्री बर्फानी दादाजी के देवलोक गमन पर अनुनायियों में शोक की लहर है.

शोक की लहर

ऋषि बर्फानी दादा ने राजनांदगांव के मां पालात भैरवी सिद्ध शक्तिपीठ मंदिर और बर्फानी आश्रम की नींव रखी थी. बर्फानी दादा के निधन की खबर मिलते ही राजनांदगांव सहित देशभर में उनके भक्तों में शोक की लहर है. मंदिर में बने उनके कक्ष के भीतर बर्फानी दादा के आसन में उनकी तस्वीर रख कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया. इस दौरान उनके भक्तों ने उनके साथ बिताए पलों को याद किया.

बर्फानी दादा ने की थी भविष्यवाणी

बर्फानी दादाजी ने वर्षाें पहले ही अपनी भविष्यवाणी में कहा था कि महाभारत के समय में जो गृहयोग थे. वह आने वाला है और वर्ष 2012 से वर्ष 2020 तक इस गृहयोग का विशेष प्रभाव पडे़गा. भूकंप-भूचाल सहित देश में तरह-तहर की बीमारी आएगी. देश-विदेश में आपसी लड़ाई होगी. राजनीति में उथल-पुथल भी होगा.

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