रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भारतीय जनता पार्टी के संघ से जुड़े वरिष्ठ नेता वीर सावरकर को लेकर की गई टिप्पणी का मामला अब तूल पकड़ लिया है. मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं के बयानबाजी के बाद बुधवार की शाम भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध जताया.
भाजयुमो के पदाधिकारियों ने कहा है कि वीर सावरकर की तुलना मोहम्मद अली जिन्ना से करना उनका अपमान है. भूपेश को भारत का इतिहास पढ़ने की जरूरत है. सावरकर हिंदूवादी नेता रहे हैं. इतना ही नहीं वे स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय होने के चलते अंडमान निकोबार की जेल में भी रहे हैं. भाजयुमो ने कहा है कि उन्हें सार्वजनिक रूप से अपने इस वाक्य को लेकर माफी मांगनी चाहिए.
प्रदर्शन के दौरान पुतला दहन को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रही. भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देने के लिए लंबे समय तक रैली निकाल प्रदर्शन किया और फिर वापस आकर पुतला जलाया. इस दौरान पुलिस और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी भी हुई.