रायपुर: 18 जुलाई से 21 जुलाई तक छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र होना है. मानसून सत्र के पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के निवास पर बुलाई गई. भाजपा विधायक दल ने बैठक में निर्णय लिया है कि मानसून सत्र में बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी.
"18 जुलाई से 21 जुलाई तक छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र है. यह सत्र बहुत छोटा है. हम लोगों ने उस समय भी कहा था कि संभवत यह विधानसभा का अंतिम सत्र है. इसलिए विधानसभा की कम से कम 10 बैठक होनी चाहिए, जो नहीं हुई. आज भाजपा विधायक दल की बैठक की गई. हमने यह निर्णय लिया है कि इस मानसून सत्र में भूपेश बघेल के नेतृत्व में चलने वाली कांग्रेस की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव लाकर हम छत्तीसगढ़ की ज्वलंत समस्याओं, भूपेश सरकार के भ्रष्टाचार, रेत घोटाला, कोल घोटाला, पीएससी घोटाला, राशन घोटाला को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सदन में सामने लाने वाले हैं. भूपेश सरकार का चेहरा करप्शन से भरा हुआ है. भ्रष्टाचार से लीपा पोता गया है. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पूरे देश में भ्रष्टाचार की शिरोमणि उपाधि से विभूषित करने वाली सरकार है" :नारायण चंदेल, नेता प्रतिपक्ष
अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में भाजपा: बता दें कि छत्तीसगढ़ में घोटालों और बिगड़ती कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर भूपेश बघेल सरकार को घेरने की तैयारी में भाजपा जुटी हुई है. छत्तीसगढ़ विधानसभा का 17वां सत्र 18 जुलाई से 21 जुलाई तक आयोजित होगा. इसमें चार बैठकें होंगी. यह मौजूदा विधानसभा का आखिरी सत्र है. इसलिए कम से कम दस बैठकों की उम्मीद भाजपा की ओर से की जा रही थी. हालांकि ये नहीं हुआ. विधायक दल की बैठकों में अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला भाजपा ने किया है.