रायपुर: मंदिरों पर रोक और मदिरा दुकानों में छूट, ऐसा ही आरोप इन दिनों विपक्ष राज्य की कांग्रेस सरकार पर लगा रही है. भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार शराब दुकान खोलने की अनुमति दे रही है. वहां भारी संख्या में लोग जमा हो रहे हैं. उनसे कोरोना संक्रमण फैलने का डर नहीं होता है. वहीं मंदिरों में पूजा पाठ के दौरान दीप प्रज्वलित करने और भोग वितरण करने से कोरोना संक्रमण फैल सकता है. यह दोहरा मापदंड राज्य सरकार अपना रही है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कोरोना काल में अनलॉक की प्रक्रिया के बाद तमाम तरह की छूट दी गई है. जिसमें रेस्टोरेंट, मिठाई की दुकान, इसके अलावा चुनावी सभा, छोटे-बड़े आयोजन, प्रदर्शन, शादी और अन्य आयोजनों के साथ मंदिर खुले रहने और धार्मिक आयोजनों को भी अनुमति दे दी गई. लेकिन आज से शुरू होने वाले नवरात्रि में जलने वाले दिए और भोग वितरण पर प्रतिबंध है.
छानबीन समिति ने वैधानिक प्रक्रिया के तहत लिया फैसला: मंत्री रविंद्र चौबे
सरकार पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि मंदिरों में दीए जलाने और भोग वितरण पर तमाम तरह की गाइडलाइन जारी की जा सकती है. लेकिन मदिरा की दुकानें यूं हीं खुली रहती हैं, इसके लिए कोई गाइडलाइन राज्य सरकार की नहीं है. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से सवाल करते हुए कहा कि क्या मदिरा की दुकानों में हुई भीड़ की वजह से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता.
कृषि मंत्री का पलटवार
धरमलाल कौशिक के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस बात को लेकर भाजपा को एक चिट्ठी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी लिखनी चाहिए. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह करना चाहिए कि देश में जो लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है, उसमें इन बातों का भी उल्लेख होना चाहिए.