रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर राज्य में सियासी गहमागहमी तेज हो गई है. कांग्रेस संभागीय सम्मेलन के जरिए कार्यकर्ताओं को रिचार्ज कर रही है. दूसरी तरफ बीजेपी लगातार बस्तर से रायपुर तक बैठकों के जरिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रही है. इस सबके बीच दोनों ही पार्टियों के नेताओं में सियासी बयानबाजी भी चरम पर है. इस बार बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर डबल अटैक किया है. उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर विदेशी मूल और परिवारवाद को लेकर हमला बोला है.
विदेशी मूल के व्यक्तियों और उनकी संतानों को न मिले पद: बृजमोहन अग्रवाल ने चाणक्य का हवाला देते हुए कहा कि" देश में कभी भी विदेशी मूल के व्यक्तियों और उनकी संतानों को अहम पद नहीं दिए जाने चाहिए. चाणक्य भी इसके खिलाफ थे. कांग्रेस में देश की प्रगति के बजाय एक परिवार के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है. देश के विकास के बजाय अगर कोई अपने परिवार के विकास के लिए काम कर रहा है, तो वह कांग्रेस है"
कांग्रेस नेतृत्व पर बृजमोहन अग्रवाल ने उठाए सवाल: बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस से सवाल पूछते हुए कहा कि कांग्रेस बताए" कौन होगा देश का नेता, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, क्या कांग्रेस में नेताओं का टोटा हो गया है. ये क्या है कांग्रेस में कोई नेता नहीं है. कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है और फैसला एक ही परिवार करेगा तो तो यह उनके अपने हित में होगा न कि देश के लिए नहीं होगा"
संभागीय सम्मेलन पर निशाना: इसके अलावा बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह तो सरकारी कार्यक्रम है. यहां भाड़े की भीड़ बुलाई जा रही है. सरकारी संसाधनों के माध्यम से या सरकारी अधिकारियों के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है. रायपुर से सरगुजा तक हर जगह भाड़े पर लोगों को लेकर संभागीय सम्मेलन किया जा रहा है. लोगों को झुग्गी झोपड़ियों से पैसे देकर ले जाया जा रहा है. इस तरह कांग्रेस अपना संभागीय सम्मेलन कर रही है.
बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अब देखना होगा कि कांग्रेस बीजेपी के इस हमले का जवाब कैसे देती है. कांग्रेस लगातार संभागीय सम्मेलन के जरिए बीजेपी पर हमला बोल रही है. बीजेपी के 15 साल के शासन को लेकर सवाल कर रही है. उसके जवाब में बीजेपी के नेता कांग्रेस पर हमलावर है. इस तरह लगातार सियासी बाण एक दूसरे पर चलाने का काम राजनेता कर रहे हैं.