रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने भूपेश सरकार से फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स के रूप में सेवाएं दे रहे पत्रकारों के लिए कोरोना का इलाज करने के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है. उन्होंने प्रदेश सरकार से पत्रकारों के इलाज के लिए छत्तीसगढ़ में नोडल अफसर की नियुक्ति करने और नोडल अफसर की देख-रेख में संक्रमित पत्रकारों के निजी/शासकीय अस्पतालों में हरसंभव इलाज कराने की मांग की है.
एमपी का दिया उदाहरण
मीडिया प्रभारी ने कहा है कि ऐसी व्यवस्था मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में की गई है. इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार भी इसी तर्ज पर पत्रकारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाएं.
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कोरोना की चपेट में आए कई पत्रकार
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ते संक्रमण के बाद भी पत्रकार लोगों तक खबरें और जरूरी सूचनाएं पहुंचा रहे हैं. जनता की आवाज बनकर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं. इसके चलते कई पत्रकार लगातार संक्रमण की चपेट में भी आ रहे हैं. कई पत्रकार अपनी जान भी गवां चुके हैं. लेकिन पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के आभव में पत्रकार इन स्थितियों से जूझने को मजबूर हैं.
मुजावजे की मांग
बीजेपी नेताओं का कहना है कि कोविड-19 की इस स्थिति में पत्रकारों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखने की जिम्मदरी प्रदेश सरकार की है. मीडिया प्रभारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हमारे बहुत से पत्रकार साथी संक्रमित हुए और संक्रमण के चलते कई पत्रकारों की मौत भी हो चुकी है. जो कि छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने प्रदेश सरकार से तत्काल पत्रकारों के हित में फैसला करते हुए नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर उनकी देखरेख में पत्रकारों को बेहतर स्वस्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की अपील की है. साथ ही कोरोना महामारी में दायित्व निभाते हुए जिन पत्रकारों ने अपनी जान गंवाई है उनके परिजनों को भूपेश सरकार उचित मुआवजा भी दे.