रायपुर: बैंक का कर्ज नहीं चुका पाने पर पिछले दिनों किसानों को जेल भेजे जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बीजेपी किसान मोर्चा ने शनिवार को एक जांच समिति बस्तर के लिए रवाना कर दिया है.
कर्जमाफी की हकीकत जानने के लिए बनाई कमेटी
भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कर्जमाफी की हकीकत जानने कमेटी बनाई है. वहीं कांग्रेस ने इसे केवल घड़ियाली आंसू बहाने वाला प्रयास करार दिया है.
किसानों से बात कर सौंपेंगे रिपोर्ट
बीजेपी ने जांच कमेटी में मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भारत सिंह सिसोदिया, चंदन साहू, गौरीशंकर श्रीवास और दिलीप पाणिग्रही शामिल हैं. जांच दल की टीम छत्तीसगढ़ के सभी पांचों संभागों में जाकर वहां के किसानों से बात करेके प्रदेश अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौपेंगी.
'सरकार ने किया ठगने का काम'
जांच समिति के सदस्य बस्तर में गिरफ्तार किसान तुलाराम मौर्य और सुखदास से बात करेगी. बस्तर दौरे को लेकर बीजेपी प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कहा कि 'सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर किसानों को ठगने का काम किया है. बड़ी संख्या में किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है. कर्ज नहीं चुकाने वाले किसानों को जेल में डाला जा रहा है. भाजपा ने इसे गंभीरता से लिया है और इसलिए जांच दल बनाया गया है.
'घड़ियाली आंसू बहा रही बीजेपी'
वहीं कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा है कि 'भारतीय जनता पार्टी की सरकार में किसानों की कितनी बुरी हालत थी यह किस से छुपी नहीं है. महज पांच साल में ही एक हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. तब भाजपा के ये नेता कहां थे, आज किसानों के हमदर्द बनने वाले भाजपाई केवल सुर्खियां बटोरने के लिए और चुनाव के बाद एक तरह से पिकनिक मनाने के लिए बस्तर दौरे पर गए हैं.
सैकड़ों किसानों ने लिया था लोन
बस्तर के सैकड़ों किसानों ने केसीसी के तहत बैंक से लोन लिया था. उन्हीं में से बस्तर ब्लॉक के ग्राम भाटपाल के किसान तुलाराम मौर्य और ग्राम बस्तर के रहने वाले किसान सुखदास ने जगदलपुर के धर्मपुरा में मौजूद स्टेट बैंक की शाखा से ड्रिप एरिगेशन के नाम पर 10 लाख और 4 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसे नहीं चुकाने पर जेल भेज दिया गया था.