रायपुर: इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "राहुल की पदयात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक एक असंभव सा काम था. जिस दिन घोषणा हुई थी और जब पदयात्रा शुरू हुआ था, जब से यह चर्चाएं थी, सब लोग सोच रहे थे कि राहुल यात्रा पूरा कर पाएंगे, नहीं कर पाएंगे. जैसे जैसे उनकी पदयात्रा आगे बढ़ती गई, लोग उनसे जुड़ते गए. किसान, मजदूर, महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, बच्चे सारे लोग जुड़े सभी वर्गों के लोग उनसे जुड़ते गए."
भारत जोड़ो यात्रा का समापन पर बोले सीएम: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "भारत जोड़ो यात्रा का समापन कश्मीर में कैसे होगा? यह सवाल उठता रहा. लेकिन उन्होंने वह भी कार्य कर दिखाया और लाल चौक में जाकर झंडा भी फहराया. जब हम लोग 7 सितंबर को निकले तब बादल भी था, हल्की बारिश हो रही थी और जब कश्मीर में पहुंचे तो जम के बर्फबारी हुई और भारी बर्फबारी में भी राहुल का भाषण हुआ. हम लोगों के लिए एक नया अनुभव भी रहा. बहुत सफल कार्यक्रम रहा, सफल आयोजन रहा."
राहुल की सुरक्षा में तैनात छत्तीसगढ़ के कांग्रेसियों की तारीफ: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "सभी आयोजकों को, पदयात्रियों को, जो लगातार चलते रहे और जिन्होंने आयोजन किया, जिनकी जिनकी भागीदारी रही, सबको बधाई और शुभकामना. हमारे छत्तीसगढ़ से भी बहुत सारे लोग गए थे, 56 लोग तो शुरू से ही चल रहे थे, फिर अभी जिस प्रकार से यूपी में और दिल्ली में जब सुरक्षा दे नहीं पा रही थी उस समय भी हमारे जीएस वेणुगोपाल ने शिकायत की थी. तो हमारे छत्तीसगढ़ के युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के लड़के सुरक्षा दे रहे थे. जम्मू कश्मीर तक वह लोग गए और खूब मेहनत की. उनको भी बधाई शुभकामनाएं.
केंद्रीय बजट को लेकर सीएम बघेल बोले: केंद्रीय बजट को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि "आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट मैं देख नहीं पाया हूं. दूसरी बात यह है कि छत्तीसगढ़ में सारे ट्रेनें बंद कर दी गई है और नए ट्रेन जगदलपुर के लिए हो, वह लोगों की डिमांड है. उसी प्रकार से हमारे सरगुजा में भी ट्रेन की डिमांड है, वह हो जाए. वैसे भी रेल बजट तो बंद हो गया है, तो अलग से कोई चर्चा नहीं होती, ना डिमांड होती है."
सीएम बघेल ने आगे कहा कि "लगातार ट्रेनें रद्द भी हो रही है, रेलवे स्टेशन बिक भी रहे हैं. अब तो शायद खरीदने वाला अभी कुछ दिन तक तो थम ही जाएगा, लेकिन जो नगरनार जैसे स्टील प्लांट है. हम लोगों ने तो विधानसभा में पारित भी किया कि इसे राज्य सरकार को दे दे, हम लोग चलाएंगे."
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कोयले की रॉयल्टी को लेकर की मांग: तो छत्तीसगढ़ के लिए यही बातें हैं और छत्तीसगढ़ के लिए जो हमने डिमांड किया. कोयले के रॉयल्टी का पैसा है, हमारे जीएसटी का पैसा है, सेंट्रल एक्साइज का पैसा है, वह हमको दे दे. कोयले की रॉयल्टी 2014 के बाद से बढ़ा नहीं है, क्योंकि उसे हर 3 साल में बढ़ाने की बात कही गई थी, जब नई नीति लाई गई थी. उसके बाद से आज तक के कोयले के रेट में कोई इजाफा नहीं हुआ है.
"जैसे ही अनुमति मिलेगा, उसके बाद होगी जांच": डॉ रमन सिंह के आय से अधिक संपत्ति मामले में अभी तक जवाब नहीं आया है. आज राजभवन कांग्रेस डेलिगेशन भी गया था? इस पर बघेल ने कहा कि "17a के तहत जो जन सेवा अधिनियम है. उनके तहत अनुमति लेनी होती है और राज्यपाल के पास राज्य सरकार की ओर से भेजा गया है, तो जैसे ही राजभवन से अनुमति मिलेगा, उसके बाद जांच होगी."
"107 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक धान खरीदी": इस साल सफल धान खरीदी पर बघेल ने कहा कि "इस साल धान खरीदी बहुत व्यवस्थित रूप से चला. ना बारदाने की कमी आई, ना तौल में, ना धान के उठाव में देरी हुई. भुगतान भी लगातार होता रहा और रिकॉर्ड 107 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक धान अभी तक खरीदी हो चुकी है. तो यह अब तक का रिकॉर्ड है. वैसे लगातार 4 साल में हमारे रिकॉर्ड बनते रहे हैं."
धान खरीदी पर पिछली भाजपा सरकार को घेरा: सीएम बघेल ने आगे कहा कि "पिछले सरकार में तो 84 लाख मीट्रिक टन धान कभी खरीदी नहीं हुआ था. उसके बाद 92 लाख फिर 98 लाख अब इस साल 107 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक धान खरीदी और उसका भुगतान सुव्यवस्थित रुप से संचालित हुआ. तो सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और व्यवस्था में लगे हुए अन्य लोगों को बधाई देता हूं."
"बजट के संबंध में मंत्रियों और अधिकारियों से होगी चर्चा": कल आगामी बजट को लेकर विभागीय चर्चा भी होगी? इस पर बघेल ने कहा कि "मंत्रियों से विभाग के बारे में चर्चा होगी. पांच मंत्रियों से चर्चा हो चुकी है और आगे बजट के संबंध में मंत्री और विभाग के अधिकारियों से चर्चा होगी."