रायपुर: बिलासपुर की शोभा टाह फाउण्डेशन की ओर से अत्याधुनिक तकनीक से 'रोबोट नर्स' बनाया गया है, जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया. इसके बाद सीएम ने सुरक्षात्मक दृष्टि से बेहतर उपयोग के लिए निर्मित इस 'रोबोट नर्स' को रायपुर AIIMS को सौंप दिया, जिससे कोविड-19 वार्ड में इसका उपयोग किया जा सके.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अत्याधुनिक तकनीक से बने इस 'रोबोट नर्स' की खोज के लिए शोभा टाह फाउण्डेशन बिलासपुर की सराहना की है और इसे कोविड-19 और विभिन्न संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए बहुत उपयोगी बताया है.
अब रोबोट नर्स पहुंचाएगी दवाइयां
यह रोबोट नर्स एक बार में निश्चित दूरी लगभग 90 फीट की लंबाई तक सामग्री के लेन-देन कर सकता है. साथ ही मानवीय क्रियाकलाप में भी सक्षम है. उदाहरण के लिए वार्ड में बिना किसी व्यक्ति के ही यह 'रोबोट नर्स' मरीज तक आवश्यक दवाईयां, कपड़े, खान-पान की सामग्री को पहुंचाएगा. इसके साथ ही रोबोट नर्स के माध्यम से अस्पताल में चिकित्सक और मरीज के बीच कैमरे और मोबाइल से फोटो, वीडियोग्राफी, वीडियोकॉलिंग और चैटिंग भी की जा सकेगी.
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कोरोना काल में रोबोट नर्स बेहद अहम
इसके लिए चिकित्सक को मरीज के पास जाने की जरूरत नहीं होगी. इस तरह मैन पॉवर के बिना रोबोट नर्स के माध्यम से मरीज तक आवश्यक सुविधाओं की सेवाएं जल्द से जल्द पहुंचाई जा सकेगी. इससे वर्तमान में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव के लिए अस्पताल में काम कर रहे चिकित्सक, नर्स और सफाईकर्मी आदि लोगों को भी इलाज के कार्यों में काफी सहूलियत होगी.
इस अवसर पर टाह फाउण्डेशन से जुड़े सतीश कुमार, अमर गिर्दवानी और रायपुर एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. करण पीपरे मौजूद रहे.